केन्द्रीय श्रमिक शिक्षा बोर्ड का दो दिवसीय ग्रामीण जागरूकता कार्यक्रम
स्वच्छता से ही आता है सुख,शॉति और सम्पन्नता - डॉ.भालेराव
- असंगठित महिला श्रमिकों के जागरूकता कार्यक्रम में कुव्यसन मुक्त,निर्मल,स्वच्छ,आत्मर्निभर व स्वाबलम्बी बनने के लिए किया जागरूक
मण्डीदीप- जीवन में स्वच्छता का स्थान सर्वोपरि है। स्वच्छता से ही सुख शॉति और सम्पन्नता आती है। तन की स्वच्छता से मन निर्मल होता है,मन की र्निमलता से बुद्धी व विवेक जाग्रत होता हैै। इसके आगमन से उन्नति का मार्ग प्रसस्त होता है।
असंगठित महिला श्रमिकों को स्वच्छता का महत्व बताते हुए केन्द्रीय श्रमिक षिक्षा अधिकारी डॉ.जी.बी.भालेराव ने ज्ञानस्थली इंटरनेश्नल स्कूल दहोद रोड मंडी में आयोजित दो दिवसीय ग्रामीण जागरूकता कार्यक्रम में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि तन मन निर्मल होने से विचारांे मे षुद्धी आती है,ऐसा व्यक्ति बुराईयों से दूर रहकर अच्छे कार्यों में लग जाता है।
आर्य समाज के प्रधान डॉ पी एस यादव में महिलाओं को घर में ही रसोई से परिवार के स्वस्थ्य रहने की कला बताई। डॉ यादव ने कहा हमासरे खान पान रहन सहन में थोडा सा बदलाव लाकर भी हम स्वस्थ्य व निरोग रह सकते हैं। उन्होने आहार विहार नियम संयम से परिवार व समाज को सुसंस्कृत व आदर्श बनाने के लिए महिलाओं को प्रेरित किया।
विश्वा मित्र परिषद के सचिव अनिल भवरे ने महिलाओं को धरेलू हिंसा अधिनियम,कार्यस्थल पर यौन उत्पीडन महिलाओं के विषेष अधिकारों की जानकारी दी।
सामाजिक कार्यकर्ता लता ढोके ने महिलाओं को समुह बनाकर घरों में स्वरोजगार करने व आत्मनिर्भर रहनें के लिए प्रेरित किया। साथ ही महिलाओं को घर परिवार में बालक बालिकाओं को जीवन कौशल विकसित कारने के तरीके बताए।
हमारे आसपास के पर्यावारण को स्वच्छ मोहोल्ले को निर्मल बनाने के लिए पुर्व सरपंच मनोज पंथी ने जानकारी दी। कार्यक्रम में चालीस असंगठित मजदूर महिलाओं ने भाग लिया।
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