खरगोन- सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण और जिला दिव्यांग पुनर्वास
केंद्र, खरगोन द्वारा शुक्रवार को जिला अस्पताल स्थित दिव्यांग केंद्र पर शिविर का आयोजन
किया गया। आयोजित शिविर में दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्रदान किए किए।
शिविर में पूर्व में चिन्हांकित किए गए 40 हितग्राहियों को सहायक उपकरण प्रदान किए
गए। जिसमंे 18 श्रवण बाधित दिव्यांगो को श्रवण यंत्र, 12 अस्थि बाधित दिव्यांगों को
ट्राइसाइकिल, कैलिपर्स एवं बैसाखी और 7 मानसिक दिव्यांगो को राष्ट्रीय बहुविकलांग व्यक्ति
अधिकारिता संस्थान चेन्नई द्वारा टीएलएम कीट प्रदान किए गए। वहीं शिविर में 2 अन्य
हितग्राहियों को कृत्रिम पैर लगाए गए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पंचायत सीईओ श्री दिव्यांक सिंह ने बताया कि
किस तरह दिव्यांग केंद्र हितग्राहियों एवं दिव्यांगो के लिए उनकी सारी परेशानियों का
निराकरण कर उनकी जिंदगी में बदलाव कर रहा है। विशेष अतिथि मुख्य चिकित्सा एवं
स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डीएस चौहान ने दिव्यांगो के लिए अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी दी।
सिविल सर्जन डॉ. अमर सिंह चौहान ने जिला अस्पताल में कैसे दिव्यांगों के
लिए समस्त सुविधाएं प्रदान की जाती है इसकी जानकारी दी गई है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सामाजिक न्याय विभाग के प्रभारी अधिकारी श्री
ओमनारायण सिंह ने की। उन्होंने बताया की कैसे दिव्यांग केंद्र और सामाजिक न्याय एक
कड़ी के रूप में हितग्राहियों के लिए कार्य करता है। खरगोन पार्षद एजाज शेख ने ने बताया
कि दिव्यांगो को भविष्य में शासन की योजनाओं से और लाभान्वित कर उन्हें और
सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। दिव्यांग केंद्र की डॉ. श्रुति महाजन ने जिला दिव्यांग
पुनर्वास केंद्र की उपलब्धियों एवं कार्य योजना की विस्तृत जानकारी दी। फील्ड ऑफिसर
इंद्रजीत ने शिविर के पहले हितग्राहियों का पंजीयन और नामांकन किया। शिविर के बारे में
विस्तृत जानकारी श्रीमती श्वेता जोशी ने दी। कार्यक्रम का संचालन शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र के
फिजियोथैरेपिस्ट डॉक्टर शुभम महाजन ने तथा आभार ऑर्थाेटिस्ट नरेंद्र पवार ने माना।
ऑडियोलॉजिस्ट विवेक पाटिल ने श्रवण बाधित दिव्यांगो को श्रवण यंत्र फिट किए।
कार्यक्रम में सामाजिक न्याय विभाग के दिलीप जोशी, संजय भावसार, वीरेंद्र पटेल, देवराम
कुशवाह, भटनागर और महेश गायकवाड सहित नपा के समग्र विस्तार अधिकारी सोलंकी एवं
मनोज उपस्थित थे।
Please do not enter any spam link in the comment box.