मुंबई । अगर बैंक खाता खोलने के बाद कोई आपको कोरियर से पासबुक चेक एटीएम भेजने की बात कह रहा है, तब यह खबर आपके लिए है। आपका बैंक का खाता खुलवाने वाले लोग साइबर ठग हो सकते हैं। यूपी के शाहजहांपुर की पुलिस ने इसतरह के अंतर्राज्यीय साइबर गिरोह के पांच शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने ठगों के पास से 10 एटीएम, पासबुक, मोबाइल, जाली आधार कार्ड बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि यह प्रदेश के कई ग्राहकों के खातों से करीब एक करोड़ की ठगी कर चुके हैं. बिहार के रहने वाले इन ठगों के तार पूरे प्रदेश में फैले हुए हैं, इसकारण पुलिस इन ठगों के गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
यह साधारण ठग नहीं है, बल्कि यह वह शातिर ठग है, जो आपके खातों से पैसा भी निकाल ले और आपको पता भी नहीं लगेगा। ये गैंग बैंक ग्राहक से न उनका पिन नंबर, न ओटीपी और न ही बैंक की कोई और जानकारी मांगते थे। ये लोगों के खातों को खुलवा कर उनके एटीएम पासबुक और चेक बुक अपने पास रखते थे। चौंकाने वाली बात है कि यह ठग फर्जी आधार कार्ड के जरिए मोबाइल सिम निकलवाकर अपने मोबाइल के जरिए कोड डालकर लाखों रुपए निकाल लेते थे। पुलिस ने बिहार और लखीमपुर के रहने वाले नीरज गौतम सचिन पवन बालिस्टर और राजेश को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन ठगों के पास से 10 एटीएम, पासबुक, चेक बुक बरामद किए हैं। यही करीब 40 बैंक खातों के विवरण और जाली आधार कार्ड बरामद किए हैं, जिनसे अब तक 1 करोड़ों का लेनदेन कर ठगी की जा चुकी है।
पुलिस ने बताया कि साइबर ठग भोले भाले वाले लोगों के खातों को खुलवाकर उनकी पासबुक एटीएम चेक बुक के अपने पास रख लेते थे. उन खातों में आए पैसे को अब तक यह ठग एक करोड़ की लेनदेन कर चुके हैं। पूरा गैंग एटीएम के जरिए रोजाना 20 से 25 हजार रुपए निकालकर पुलिस को चकमा देते रहते थे। इस गैंग के अन्य सदस्यों ने प्रदेश के कई जिलों में अपना जाल फैलाए हुआ हैं। पुलिस को जानकारी मिली है कि इस गैंग के अन्य सदस्य गुप्त रूप से ठगी का काम कर रहे हैं, जिसके चलते पुलिस इन ठगों के जरिए अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है।
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