
राजस्थान के भरतपुर में 12% आरक्षण की मांग के लिए बीते चार दिन से सैनी, माली, कुशवाहा, मौर्य शाक्य जातियों द्वारा किया जा रहा आंदोलन गुरुवार को खत्म हो गया। राजस्थान सरकार की तरफ से आंदोलनकारियों से बातचीत करने आए कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि आरक्षण की मांग को लेकर रामेश्वर सैनी, माली, कुशवाहा, शाक्य, मौर्य जातियों के लोग चार दिन से आंदोलन कर रहे थे। आंदोलनकारियों ने जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे को जाम कर रखा था, जिससे लोगों को परेशानी हो रही थी। सिंह ने कहा, 'मैंने आंदोलनकारियों को कहा है कि आपकी जो मांगें हैं, उनको मैं मुख्यमंत्री के सामने पेश करूंगा। मैं झूठा आश्वासन नहीं दूंगा, मैं सिर्फ मैसेंजर का काम करूंगा। इसके बाद आंदोलनकारियों ने आंदोलन को खत्म किया है जो सराहनीय है।'
भरतपुर सैनी समाज के अध्यक्ष रामेश्वर सैनी ने कहा कि हमारी तीन मागें हैं। पहली यह कि हमारी इन जातियों को राज्य में 12% आरक्षण दिया जाए। दूसरी आंदोलनकारियों पर लगे मुकदमे वापस लिए जाएं और तीसरी यह कि हमारी इन जातियों के लिए राज्य सरकार द्वारा अलग से जन कल्याणकारी योजना शुरू की जाए। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के आश्वासन के बाद हमने आंदोलन खत्म कर दिया है। आंदोलनकारियों ने 12% आरक्षण की मांग के लिए बीते चार दिन से जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे को जाम कर रखा था। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल भी 5 दिन से मौके पर तैनात रहा।

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