यमुना एक्सप्रेसवे पर मई महीने में हुए दो बड़े हादसों के बाद सुरक्षा उपायों पर फिर से योजना बनेगी। इसमें तय लेन का पालन कराने, ओवरलोड वाहनों पर अंकुश, एंबुलेंस व पेट्रोलिंग वाहनों की बढ़ोतरी को शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे प्रबंधन और यमुना प्राधिकरण मिलकर नए सिरे से कार्ययोजना बनाकर लागू करेंगे।
यमुना एक्सप्रेसवे पर मई महीने में दो बड़े हादसे हुए। एक हादसे में सात और दूसरे हादसे में पांच लोगों की जान चली गई। इन हादसों की वजह आगे चल रहे ओवरलोड वाहन रहे। इन हादसों के लिए इन्हीं वाहनों को जिम्मेदार माना जा रहा है। इन हादसों के बाद यमुना एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा उपायों की फिर समीक्षा करने की जरूरत पड़ी है। यमुना एक्सप्रेसवे प्रबंधक और यमुना प्राधिकरण मिलकर नई कार्ययोजना बनाएंगे ताकि हादसों को रोका जा सके।यीडा सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंहने कहा कि यमुना एक्सप्रेसवे पर मई में दो बड़े हादसे हुए हैं। इन हादसों पर अंकुश लगाने के लिए कई उपाय किए जाएंगे। नई कार्ययोजना भी बना रहे हैं।
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