
नई दिल्ली। यूपी की महिला से दुष्कर्म के आरोपित नामी लेखक नीलोत्पल मृणाल को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। आरोपित को अंतरिम जमानत मिली है और 31 मई तक गिरफ्तारी पर रोक लगा दी गई है। लेखक की ओर से कोर्ट में अंतरिम जमानत याचिका दायर की गई थी, जिसपर यह फैसला सामने आया है।तिमारपुर थाना क्षेत्र में झारखंड के लेखक नीलोत्पल पर साल 2013 में दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। इसके खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया गया था। एक महिला की शिकायत के आधार पर दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि लेखक नीलोत्पल मृणाल ने शादी का झांसा देकर उससे 10 साल तक दुष्कर्म करता रहा।
दरअसल, 32 वर्षीय पीड़ित छात्रा मूलरूप से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की रहने वाली है। वह बीते 10 वर्ष से दिल्ली में किराये पर रह रही है और मुखर्जी नगर में यूपीएससी की तैयारी कर रही है। दिल्ली में रहने के दौरान पीड़ित छात्रा की मुलाकात साहित्य अकादमी अवार्ड से सम्मानित नीलोत्पल मृणाल से हुई थी। इसके बाद दोनों एक-दूसरे के संपर्क में आए।
फिलहाल, इस मामले की कोर्ट में सुनवाई चल रही है। दिल्ली की तीस हजारी स्थित एमएसीटी जज लवलीन की अदालत ने दुष्कर्म के आरोपित लेखक की याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा है कि आरोपित पहले से जांच में सहयोग कर रहा है। जांच अधिकारी की तरफ से भी जांच में सहयोग नहीं करने संबंधी किसी तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है। इस स्थिति को देखते हुए पुलिस को आदेश किया गया है कि मामले की अगली सुनवाई यानी 31 मई तक आरोपित लेखक के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई ना की जाए।
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