राजस्व अधिकारियों की पहली बैठक में राजस्व का लचर प्रदर्शन
खरगोन - नवागत कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने शनिवार को नवीन कलेक्टर भवन के वीसी कक्ष में राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में जिला मुख्यालय के राजस्व अधिकारी वीसी कक्ष में और अन्य अनुभागों के अधिकारी अपने-अपने मुख्यालय से वीसी के माध्यम से जुड़े। परिचयात्मक बैठक के बाद कलेक्टर श्री कुमार ने पहली बार राजस्व विभाग की बैठक की। बैठक के एजेंडे में शामिल किसी भी बिंदु पर राजस्व अधिकारियों के कार्य से संतुष्ठ नहीं रहे। साथ ही कलेक्टर श्री कुमार ने राजस्व अधिकारियों की लचर कार्य पद्धति से नाराजगी व्यक्त की। एजेंडे से पूर्व कलेक्टर श्री कुमार ने राजस्व अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि निर्वाचन कार्यांे के साथ विभागीय मूल कार्य भी चलने दे। ऐसा न हो कि चुनाव के नाम पर बहुत महत्वपूर्ण कार्य छूट जाए या पेंडिंग रहे। आम नागरिक आप तक आते हैं तो उन्हें भी सुने। निर्वाचन के बाद आना ऐसे शब्दों का उपयोग पसंद नहीं। राजस्व वसूली के बिंदु पर सभी तहसीलदारों से बारी-बारी वसूली का लक्ष्य और अब तक हुई वसूली की जानकारी ली। साथ ही कलेक्टर ने उक्त वर्षाे में हुई वसूली की जानकारी भी ली। लेकिन किसी भी राजस्व अधिकारी ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। नाराजगी व्यक्त करते हुए श्री कुमार ने कहा कि कागज पर बात नहीं होगी। जो भी हो तथ्यात्मक व व्यवहारिकता के साथ परिणामों वाली हो। तहसीलदारों से डायवर्शन के मामले में कहा कि वसूली मूल कार्य है और उसे ही मालूम नहीं तो चिंताजनक स्थिति है। सभी एसडीएम से कहा कि तहसीलों को देखंे। रिकार्ड शुद्दीकरण की क्या रैंक थी और क्या है ? राजस्व अधिकारियों को जो जानकारी फिंगर टिप्स पर होनी चाहिए लेकिन यहाँ वो कागज में भी नहीं।
राजस्व में हम पिछड़े है, जबकि संसाधन पर्याप्त हैं
मुख्यमंत्री आवास योजना में आवेदनों की ऑनलाइन प्रारूप ख में जानकारी तहसीलदार से नहीं मिलने पर कहा कि राजस्व के ऐसे पॉइंट होंते है जो फील्ड में अक्सर काम आते है। राजस्व अधिकारियों के पास जानकारी फिंगर टिप्स पर होनी चाहिए। कलेक्टर श्री कुमार ने सभी राजस्व अधिकारियों को फील्ड में जाने के निर्देश दिए हैं। कहा कि अब आगे इतना नहीं बताऊंगा प्रगति क्षेत्र में नजर आनी चाहिए।
बंटवारा, नामांतरण और सीमांकन
कलेक्टर श्री कुमार ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि 6 मास से लंबित प्रकरणों को खत्म करें। कैसे भी हो मॉनिटरिंग करते रहे तो आसानी से हो जाएगा। सभी एसडीएम आज के एजेंडे के अनुसार मीटिंग और मॉनिटरिंग करते रहे तो टॉप में होंगे। कलेक्टर श्री कुमार ने कहा राजस्व में हमें टॉप-3 में होना चाहिए अब देख लो कैसे आना है आप लोग तय करें। बैठक में राजस्व वसूली, डायवर्शन, भू-अर्जन, सीएम हेल्पलाईन, प्राकृतिक प्रकोप, स्वामित्व योजना और निर्वाचन को लेकर निर्देशित किया।
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