केंसर की चौथी स्टेज का कमांडो ऑपरेशनअनुयोग अस्पताल की टीम ने कर दिखाया कारनामा
मंदसौर। अनुयोग अस्पताल की सफलता में एक और अध्याय जुड़ गया। जब मरीज के लिए भगवान के रूप में चिकित्सकों की टीम ने काम किया। यह हम नहीं कह रहे, बल्कि चिकित्सकों के हाथ जोडक़र उन्हें धन्यवाद देता मरीज कह रहा था। केंसर की चौथी स्टेज का पहली बार सफल
कमांडो ऑपरेशन मंदसौर में हुआ। डॉ योगेंद्र कोठारी के साथ डॉ प्रणय यजुर्वेदी और डॉ मीहिर जोशी की टीम ने मंदसौर में असंभव काम को संभव करके बता दिया।
मामला अरनिया निजामुद्दीन की एक पैसठ वर्षीय महिला का है। चार अप्रैल को मुंह में सूजन और दर्द के साथ महिला अनुयोग हॉस्पिटल पहुंची। जांच रिपोर्ट के बाद पता चला कि महिला को मुंह का केंसर है और वह चौथी स्टेज पर है। इसके लिए कमांडो ऑपरेशन की जरुरत थी। यह ऑपरेशन अभी तक मंदसौर में नहीं हुआ। इसी कारण फैलो इन सीएमएडीएस ओरल ऑनकोलॉजी रिकंस्ट्रक्शन डॉ प्रणय यजुर्वेदी और एमडीएस ओरल एंड मेक्सिलोफैशियल सर्जर डॉ मीहिर जोशी और टीम के लिए एक चुनौती था। लेकिन एक बार फिर अनुयोग हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने इस चुनौती को स्वीकार किया। महिला का कमांडो ऑपरेशन किया गया। जहां शुरु दिन अस्पताल आने पर खुद मरीज के परिजन कुछ हद तक सबकुछ ऊपर वाले पर छोड़ चुके थे। वहीं ऑपरेशन के लगभग ग्यारहवे दिन मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया। मरीज बिल्कुल ठीक होकर अपने घर के लिए गया। मरीज और उनके परिजन चिकित्सकों की टीम को धन्यवाद देते हुए नहीं थक रहे
मंदसौर। अनुयोग अस्पताल की सफलता में एक और अध्याय जुड़ गया। जब मरीज के लिए भगवान के रूप में चिकित्सकों की टीम ने काम किया। यह हम नहीं कह रहे, बल्कि चिकित्सकों के हाथ जोडक़र उन्हें धन्यवाद देता मरीज कह रहा था। केंसर की चौथी स्टेज का पहली बार सफल
कमांडो ऑपरेशन मंदसौर में हुआ। डॉ योगेंद्र कोठारी के साथ डॉ प्रणय यजुर्वेदी और डॉ मीहिर जोशी की टीम ने मंदसौर में असंभव काम को संभव करके बता दिया।
मामला अरनिया निजामुद्दीन की एक पैसठ वर्षीय महिला का है। चार अप्रैल को मुंह में सूजन और दर्द के साथ महिला अनुयोग हॉस्पिटल पहुंची। जांच रिपोर्ट के बाद पता चला कि महिला को मुंह का केंसर है और वह चौथी स्टेज पर है। इसके लिए कमांडो ऑपरेशन की जरुरत थी। यह ऑपरेशन अभी तक मंदसौर में नहीं हुआ। इसी कारण फैलो इन सीएमएडीएस ओरल ऑनकोलॉजी रिकंस्ट्रक्शन डॉ प्रणय यजुर्वेदी और एमडीएस ओरल एंड मेक्सिलोफैशियल सर्जर डॉ मीहिर जोशी और टीम के लिए एक चुनौती था। लेकिन एक बार फिर अनुयोग हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने इस चुनौती को स्वीकार किया। महिला का कमांडो ऑपरेशन किया गया। जहां शुरु दिन अस्पताल आने पर खुद मरीज के परिजन कुछ हद तक सबकुछ ऊपर वाले पर छोड़ चुके थे। वहीं ऑपरेशन के लगभग ग्यारहवे दिन मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया। मरीज बिल्कुल ठीक होकर अपने घर के लिए गया। मरीज और उनके परिजन चिकित्सकों की टीम को धन्यवाद देते हुए नहीं थक रहे


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