अब बुरहानपुर बनेगा महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल
कलेक्टर की अध्यक्षता में ‘‘महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन परियोजना‘‘ कार्यशाला आयोजित
बुरहानपुर - बुरहानपुर जिला अंतर्गत महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन परियोजना और उन्मुखी कार्यशाला आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कलेक्टर प्रविण सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर समस्त विभागीय अधिकारीगण, मध्यप्रदेश टुरिजम बोर्ड से डॉ. आलोक चौबे, प्राची तिवारी एवं संस्था दि फिफ्थ डायमेंशन एकेडमी की निदेशक माधुरी शर्मा उपस्थित रही।
कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह द्वारा परियोजना की सराहना करतें हुए परियोजना प्रमुख को दिशा-निर्देश जारी किये। उन्होंने कहा कि बोर्ड द्वारा तैयार डिजाईन प्रत्येक पर्यटक स्थल पर लगाये जाना सुनिश्चित करें, जिसमें सुरक्षा के उपाय शामिल हो। लगभग 30 से अधिक महिला गाईड को प्रशिक्षण देकर तैयार करें, जो कि बुरहानपुर जिला अंतर्गत पर्यटन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों को पर्यटन संबंधी जानकारी दे सकें। 50-60 प्रतिशत स्कूल-कॉलेज के बच्चों, एसआरएलएम, एनआरएलएम, पुलिस महिला थाना से प्रशिक्षणार्थी प्राप्त किये जा सकते है। संयुक्त कलेक्टर श्रीमति हेमलता सोलंकी इस कार्यक्रम की जिला प्रशासन की ओर से नोडल अधिकारी होगी।
कार्यशाला में आलोक चौबे द्वारा परियोजना संबंध में उपस्थिजनों को अवगत कराते हुए जानकारी दी कि भारत में इस परियोजना का शुभांरभ मध्यप्रदेश से किया गया है। प्रदेश के 20 संकुलों के अंतर्गत 50 पर्यटन स्थलों में परियोजना का संचालन किया जा रहा है। इस परियोजना में मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड, महिला एवं बाल विकास विभाग, भारत सरकार तथा यूनाइटेड वूमेन के संयुक्त प्रयासों से परियोजना का संचालन होगा। एम.पी.टी.वी. द्वारा बुरहानपुर में परियोजना संचालन के लिए दि फिफ्थ डायमेंशन एकेडमी को जिम्मेदारी दी गई है। संस्था जिला प्रशासन के सहयोग से बुरहानपुर में इस परियोजना का संचालन करेंगी। परियोजना का विजन और मिशन है कि, मध्यप्रदेश के पर्यटक स्थलों में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महिला पर्यटकों को स्वतंत्रता पूर्वक एवं भयमुक्त वातावरण में पर्यटन का अवसर उपलब्ध कराना, यहां के पर्यटन स्थलों को महिलाओं के अनुकूल बना कर महिला पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी करना। संस्था निदेशक द्वारा बुरहानपुर जिले में तीन साल तक की गतिविधियों से अवगत कराया गया। यहां 600 महिलाओं को कौशल विकास की ट्रेनिंग दी जाएगी और 1800 बालिकाओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी जाएगी। कार्यशाला के समापन पर संस्थान की प्रोग्राम कोर्डिनेटर आयुषी अंगित द्वारा सभी का आभार प्रदर्शन किया गया।
कलेक्टर की अध्यक्षता में ‘‘महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन परियोजना‘‘ कार्यशाला आयोजित
बुरहानपुर - बुरहानपुर जिला अंतर्गत महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन परियोजना और उन्मुखी कार्यशाला आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कलेक्टर प्रविण सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर समस्त विभागीय अधिकारीगण, मध्यप्रदेश टुरिजम बोर्ड से डॉ. आलोक चौबे, प्राची तिवारी एवं संस्था दि फिफ्थ डायमेंशन एकेडमी की निदेशक माधुरी शर्मा उपस्थित रही।
कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह द्वारा परियोजना की सराहना करतें हुए परियोजना प्रमुख को दिशा-निर्देश जारी किये। उन्होंने कहा कि बोर्ड द्वारा तैयार डिजाईन प्रत्येक पर्यटक स्थल पर लगाये जाना सुनिश्चित करें, जिसमें सुरक्षा के उपाय शामिल हो। लगभग 30 से अधिक महिला गाईड को प्रशिक्षण देकर तैयार करें, जो कि बुरहानपुर जिला अंतर्गत पर्यटन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों को पर्यटन संबंधी जानकारी दे सकें। 50-60 प्रतिशत स्कूल-कॉलेज के बच्चों, एसआरएलएम, एनआरएलएम, पुलिस महिला थाना से प्रशिक्षणार्थी प्राप्त किये जा सकते है। संयुक्त कलेक्टर श्रीमति हेमलता सोलंकी इस कार्यक्रम की जिला प्रशासन की ओर से नोडल अधिकारी होगी।
कार्यशाला में आलोक चौबे द्वारा परियोजना संबंध में उपस्थिजनों को अवगत कराते हुए जानकारी दी कि भारत में इस परियोजना का शुभांरभ मध्यप्रदेश से किया गया है। प्रदेश के 20 संकुलों के अंतर्गत 50 पर्यटन स्थलों में परियोजना का संचालन किया जा रहा है। इस परियोजना में मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड, महिला एवं बाल विकास विभाग, भारत सरकार तथा यूनाइटेड वूमेन के संयुक्त प्रयासों से परियोजना का संचालन होगा। एम.पी.टी.वी. द्वारा बुरहानपुर में परियोजना संचालन के लिए दि फिफ्थ डायमेंशन एकेडमी को जिम्मेदारी दी गई है। संस्था जिला प्रशासन के सहयोग से बुरहानपुर में इस परियोजना का संचालन करेंगी। परियोजना का विजन और मिशन है कि, मध्यप्रदेश के पर्यटक स्थलों में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महिला पर्यटकों को स्वतंत्रता पूर्वक एवं भयमुक्त वातावरण में पर्यटन का अवसर उपलब्ध कराना, यहां के पर्यटन स्थलों को महिलाओं के अनुकूल बना कर महिला पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी करना। संस्था निदेशक द्वारा बुरहानपुर जिले में तीन साल तक की गतिविधियों से अवगत कराया गया। यहां 600 महिलाओं को कौशल विकास की ट्रेनिंग दी जाएगी और 1800 बालिकाओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी जाएगी। कार्यशाला के समापन पर संस्थान की प्रोग्राम कोर्डिनेटर आयुषी अंगित द्वारा सभी का आभार प्रदर्शन किया गया।
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