कर्फ्यू में पुलिस जवान ने निभाया बेटे का फर्ज
खरगोन में ही कर्फ्यू में लगी दोबारा ड्यूटी, बता दिया मानवता क्या होती है
खरगोन 18 अप्रैल 2022। उज्जैन 32वीं बटालियन के जवान राकेश विश्वकर्मा ने कर्फ्यू के दौरान एक बेटे की तरह फर्ज निभाया है। राकेश कर्मवीर की तरह हर बार अपने कर्म से ऐसा कर जाते है कि जो सबको जिंदगी का पाठ सिखाता है। वर्ष 2015 में जब खरगोन शहर में कर्फ्यू के हालात थे तब भी राकेश ने जलते घर से सिलेंडर निकाल कर अपनी सूक्षबूझ का परिचय देते हुए करीब 20 सिलेंडरों को फटने से बचाया था। एसटीएफ के इस जवान की तारीफ में फ़िल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने उस समय कशीदे पढ़ें और 25 हजार रूपये भी पुरस्कार स्वरूप दी है।
वर्ष 2022 में जब रामनवमी के दौरान हुए घटनाक्रम में राकेश की ड्यूटी लगी है। इस बार उनकी ड्यूटी आनंदनगर क्षेत्र में है। यहां रविवार को तपती दोपहरी में दो दिनों से भूखी 75 वर्षीय भुवानी माँ जो अपने घर का पता भूल चुकी है। एसटीएफ के जवानों की नजर अस्पताल से आ रही माता पर पड़ी। माता के पास जाकर छांव में बिठाकर पानी पिलाया फिर स्वयं का भोजन का पैकेट खोलकर खाना परोसा। खाना खिलाने के बाद माता को उनके घर भी पहुंचाया। जब राकेश माता के लिए लंच का पैकेट खोल रहे थे तो उनके साथी संदीप शर्मा ने वीडियो बनाया और अपने दोस्तों में शेयर कर दिया। मानवता की सच्ची मिसाल पेश करता यह वीडियो वायरल हो गया।
Please do not enter any spam link in the comment box.