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सरकार क्रिप्टो करंसी के खतरे को देखते हुए अधिकांश डिजिटल करंसी पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रही है। क्रिप्टो बिल में इसपर गंभीरता से आकलन हो रहा है। लेकिन सरकार डिजिटल मुद्राओं में संभावनाओं का लाभ उठाने से भी उपभोक्ताओं को वंचित नहीं करना चाहती है। इसको लेकर ब्लॉकचेन आधारित सीमित उपयोग वाली डिजिटल मुद्रा (एनएफटी) की अनुमति देने पर विचार कर रही है। साथ ही कुछ आभासी डिजिटल संपत्तियों (वीडीए) को वैध बनाने की योजना है।यह योजनाएं उस चीज का हिस्सा हैं, जिसे अंततः एक नए कानून में संहिताबद्ध किए जाने की संभावना है, एक बार विभिन्न हितधारकों के साथ विस्तृत चर्चा समाप्त होने के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।
सरकार एक अलग तरह की डिजिटल मुद्रा एनएफटी को मंजूरी देने पर गंभीरता से विचार कर रही है। हालांकि, तकनीकी रूप से यह पूर्ण डिजिटल मुद्रा नहीं है। यह एक टोकन की तरह है जिसका इस्तेमाल डिजिटल मुद्रा की तरह सिमित दायरे में होगा। एनएफटी भी ब्लॉकचेन पर आधारित है जिसपर क्रिप्टोकरंसी बनी होती है। ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि एनएफटी को कानूनी मान्यता से सबसे बड़ा नुकसान क्रिप्टो करंसी को होगा जो पहले से ही कई तरह की पाबंदियों का सामना कर रही है।
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