रायपुर। में अलग-अलग बैंकों के 40 हजार से अधिक एटीएमअभी तक खाताधारकों को नहीं मिल पाया है। इसकी बड़ी वजह यह है कि एटीएम में लगने वाला चिप जो कि सेमीकंडक्टर के उपयोग से बनता है। इसकी आपूर्ति विदेशों से अटकी हुई है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद यह समस्या और बढ़ चुकी है। एटीएम कार्ड का निर्माण तो देश के भीतर होता हैलेकिन सेमीकंडक्टर विदेशों से आयात होता है।

सेमीकंडक्टर की किल्लत की वजह से ऑटोमोबाइल्सइलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टरों में अभी तक असर देखा जा रहा है। वर्तमान स्थिति के मुताबिक नए बैंक पासबुक के बाद एटीएम कार्ड मिलने में एक से डेढ़ महीने का समय लग सकता है। कोरोना के पहले वित्तीय वर्ष 2019-20 में एटीएम कार्ड एक हफ्ते के भीतर उपलब्ध हो जाता था।