भोपाल । कोरोना संक्रमण के कारण देशभर में राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक गतिविधियां करीब दो साल तक ठप रही। इसी क्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गतिविधियां भी रूकी रहीं। लेकिन अब कोरोना लगभग खत्म हो गया है। इसलिए संघ का फोकस शाखाओं के विस्तार पर है। दरअसल संघ के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। संघ ने मप्र सहित देश भर में शाखाएं दोगुनी करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। 10 मार्च को 5 राज्यों के चुनावी नतीजों के ठीक एक दिन बाद 11 मार्च से अहमदाबाद के कर्नावती में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  की 3 दिनों की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक शुरू हो रही है। बैठक 13 मार्च तक चलेगी और इसमें बीते साल के कार्यों की समीक्षा की जाएगी और साथ ही आने वाले साल भार की कार्य योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा। हाल ही में संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने भी देश में शाखाओं की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। 2025 में संघ की 100 वीं वर्षगांठ को ध्यान में रखकर इसे एक अभियान की तरह शुरू किए जाने की तैयारी की गई है। देश में अभी संघ की करीब 55 हजार शाखाएं संचालित हैं इन्हें बढ़ाकर एक लाख किए जाने का टारगेट रखा गया है।


एक साल देरी से शुरू होगी योजना
संघ के सूत्रों के मुताबिक ये योजना पिछले साल मार्च में शुरू करनी थी, लेकिन कोरोना के कारण देर हुई। संघ के वरिष्ठ लोगों का मानना है कि इससे संघ की पहुंच भी बढ़ेगी और साथ ही लोगों का संघ तक पहुंचने भी आसान हो जाएगा।  गौरतलब है कि मप्र सहित देश के अन्य राज्यों में भी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखाओं की घटती संख्या से संघ चिंतित हो गया है। प्रदेश में कोविड के दो साल के दौरान शाखाएं नहीं लगीं, अब इन्हें नए सिरे से और बढ़ी हुई संख्या के साथ शुरू करने की कार्ययोजना बनाई जा रही है। इसके अलावा इस बात पर भी मंथन किया जा रहा है कि युवा पीढ़ी को संघ के प्रति कैसे आकर्षित किया जाए।