छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में तीरंदांजी प्रशिक्षण केंद्र खोलने के लिए केंद्र सरकार ने स्वीकृति दे दी है। खेलो इंडिया खेल योजना के तहत कोटा के शिवतराई में यह प्रशिक्षण केंद्र खुलेगा। इस योजना के तहत केंद्र सरकार से 4 सालों में 25 लाख रुपए मिलेंगे। पहले साल 10 लाख रुपए मिलेगा। इसमें पांच 5 लाख रुपए में खेल मैदान और दो लाख रुपए खेल सामग्री के लिए दिए जाएंगे। इसके साथ ही तीन लाख रुपए प्रशिक्षकों की सैलरी पर खर्च किए जाएंगे। इससे क्षेत्र के तीरंदाजी को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।

सांसद अरुण साव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिलासपुर में खेलो इंडिया योजना के अंतर्गत राज्य स्तरीय सेंटर के बाद तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र शिवतराई (कोटा) के रूप खिलाड़ियों को एक और बड़ी सौगात दी है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के युवा एवं खेल मंत्रालय की ओर से खेलो इंडिया योजना के अंतर्गत प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रचलित खेलों को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ में सात नए प्रशिक्षण केंद्रों की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसमें शिवतराई (कोटा) में तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र भी शामिल है।

कोटा स्थित शिवतराई में तीरंदाजी का कैंप है। यहां 2016 से एकेडमी बनाने की तैयारी चल रही है। 25 लाख रुपए राज्य शासन से खेल एवं युवा कल्याण विभाग के खाते में आया, लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के कारण इसे अमल में नहीं लाया जा सका। बुनियादी सुविधाओं के अभाव में भी यहां के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। शिवतराई से प्रशिक्षण लेने वाले तीरंदाज हर साल मैडल लेकर आ रहे हैं। हैदराबाद में आयोजित 24वीं सीनियर नेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ को कुल 8 मैडल मिले थे। इसमें दो रजत और 4 कांस्य पदक मिल चुके हैं। शिवतराई तीरंदाजी के लिए पूरे देश में जानी जाती है। यहां के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई हैं। सांसद अरुण साव क्षेत्र में खेल सुविधाओं में विस्तार के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। उसी का परिणाम है कि शिवतराई (कोटा) में तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र को मंजूरी मिली है।