खरगोन 21 मार्च 2022। नगरों की तर्ज पर अब गांवों में भी गीला और सूखा कचरा घर-
घर से वाहन द्वारा एकत्रित किया जाएगा। इसकी योजना बनने के बाद जमीन स्तर पर
कार्य प्रारम्भ भी कर दिया गया है। इसकी शुरुआत भी एक अनोखे ढंग से हुई है। सोमवार
को खलबुज़ुर्ग में प्रभारी कलेक्टर और ग्रामीण विकास के मुखिया श्री दिव्यांक सिंह ने
स्वयं गांव से कचरा वाहन करीब आधा किमी. दूर स्थित सेग्रिगेशन शेड तक छोड़ने भी
गए। इसके बाद उन्होंने गांव की महिलाओं और पुरुषों को गांव में साफ सफाई करने में
पंचायत का सहयोग करने का आव्हान भी किया। ग्राम पंचायत द्वारा कचरा वाहन खरीदने
के बाद जिले में इलेक्ट्रिक वाहन से कचरा ढोने वाली पहली पंचायत बन गई है। ग्रामीण
विकास के मुखिया होने के नाते श्री सिंह ने माँ नर्मदा नदी में मिलने वाले गंदे जल और
कचरे को रोकने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कार्य प्रारम्भ कराएं है। इसी पंचायत में पूर्व में
ही 6.29 लाख रुपये की लागत से सेग्रिगेशन शेड बनाया गया है। स्वच्छ भारत मिशन के
परियोजना अधिकारी श्री भागीरथ पाटीदार ने बताया कि यहां दो जल स्थरीकरण बनाये
गए है। साथ ही 4 कम्पोस्ट पीट, 2 भू-नाडेप और 15 लाख रुपये की महत्वपूर्ण नाली का
निर्माण कराया गया है। श्री पाटीदार ने बताया कि 5600 की जनसंख्या वाली इस पंचायत
में प्रतिदिन 2.50 से 3 क्विंटल कचरा निकलता है।
नर्मदा स्वच्छ मिशन को देंगे बढ़ावा
प्रभारी कलेक्टर श्री सिंह में जानकारी देते हुए बताया कि नर्मदा में कम से कम गन्दा
पानी और कचरा मिले इसके लिए पिछले कुछ समय से लगातार कार्य किये जा रहे हैं।
इस बार ग्राम पंचायत ने 2.49 लाख रुपये की लागत वाला इलेक्ट्रिक वाहन खरीदा है।
इलेक्ट्रिक इसलिये क्यांेकि गांव की छोटी-छोटी गालियां में जाने के लिए और ग्राम
पंचायत में डीजल और पेट्रोल का प्रावधान भी नहीं है। इस वाहन का संचालन गांव के ही
उन्नति आजीविका स्व सहायता समूह द्वारा किया जाएगा।
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