भोपाल : केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री गिरिराज सिंह द्वारा नई दिल्ली के डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आज मजदूरी से स्व-रोजगार तक का सफर तय करने वाली जिला नर्मदापुरम की मीरा यादव और कुंता बाई यादव का सम्मान किया गया। ये दोनों महिलाएँ महात्मा गांधी नरेगा में पहले मजदूरी का काम करती थी। स्व-सहायता समूह से जुड़ने एवं मनरेगा के प्रोजेक्ट उन्नति के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद दोनों ने डेयरी उत्पादन का कार्य प्रारंभ किया, जिससे अब दोनों को 10 हजार से 15 हजार रुपये तक मासिक आय हो रही है।

केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव में समस्त राज्यों से प्रोजेक्ट उन्नति में प्रशिक्षित 75 प्रतिभागियों का चयन किया गया, जिसमें मध्यप्रदेश से जिला नर्मदापुरम की श्रीमती मीरा यादव और कुंता बाई यादव शामिल हैं।

कार्यक्रम में श्रीमती मीरा बाई यादव ने मंच से अपने अनुभव साझा किये। उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट उन्नति से प्रशिक्षण में उन्हें डेयरी उत्पादन के विषय में पूरी जानकारी प्राप्त हुई। अब उनके द्वारा गाय एवं भैंस के दूध से निर्मित दही, घी, पनीर, मावा आदि का विक्रय केसला डेयरी में किया जा रहा है। श्रीमती कुंता बाई यादव प्रतिदिन 40 रूपये की दर से 20 लीटर दूध का विक्रय कर रही हैं।

प्रोजेक्ट उन्नति

यह केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के मनरेगा डिवीजन का एक कार्यक्रम है। इसे मनरेगा में काम कर रहे ग्रामीण परिवारों के सदस्यों को उनकी रूचि के आधार पर प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार एवं स्व-रोजगार के काबिल बनाने के लिए शुरू किया गया। इसमें वित्तीय वर्ष 2020-21 में 100 दिनों का रोजगार हासिल करने वाले परिवार के किसी एक सदस्य को, जिसकी आयु 18 से 45 के बीच है, प्रशिक्षण दिया जाता है।