प्रदेश में बच्चों के पोषण आहार के व्यवस्थित वितरण और कुपोषण को दूर करने के लिए आँगनवाड़ी केन्द्रों को श्एडाप्ट एन आँगनवाड़ीश् अभियान के तहत गोद लिया जा रहा है। अब तक लगभग 77 हजार 185 सहयोगियों द्वारा पंजीयन कराया गया है। महिला बाल विकास विभाग द्वारा 63 हजार 344 सहयोगियों से संपर्क कर संबंधित आँगनवाड़ी केन्द्र में आवश्यक सहयोग के लिए सहमति प्राप्त कर ली गई है।
अभियान में भोपाल संभाग में लगभग 7 हजार 746 सहयोगियों ने केन्द्र की जिम्मेदारी लेने के लिए पंजीयन करवाया है। विभाग द्वारा 6 हजार 248 को सहमति प्रदान की गई है। इंदौर संभाग में 10 हजार 895 सहयोगियों ने आँगनवाड़ी केन्द्र की जिम्मेदारी के लिए पंजीयन कराया है। इसमें 9 हजार 837 सहयोगियों को विभाग द्वारा सहमति प्रदान की गई है। रीवा संभाग में 8 हजार 932 सहयोगियों ने पंजीयन कराया, जिसमें 6 हजार 442 की सहमति प्रदान की।
जबलपुर संभाग में अब तक 14 हजार 313 सहयोगियों ने पंजीयन कराया है। इसमें 13 हजार 13 को सहमति मिली है। सागर संभाग में 7 हजार 563 के पंजीयन के विरूद्ध 6 हजार 75 सहयोगियों को विभाग द्वारा सहमति दी गई है। होशांगाबाद संभाग में 4 हजार 485 ने पंजीयन कराया तथा तीन हजार 998 सहयोगियों से सहमति मिली है।
उज्जैन संभाग में आँगनवाड़ी को गोद लेने के लिए अब तक 8 हजार 966 सहयोगियों ने अपना पंजीयन कराया है। महिला-बाल विकास विभाग द्वारा इसमें से 6 हजार 989 को सहमति प्रदान की है। चम्बल संभाग में 3 हजार 877 पंजीयन के विरूद्ध 2 हजार 965 को सहमति दी गयी, ग्वालियर संभाग में 4 हजार 867 पंजीयन हुए। इसमें तीन हजार 865 सहयोगियों को सहमति मिली है तथा शहडोल संभाग में 2 हजार 266 सहयोगियों ने आँगनवाड़ी गोद लेने के लिए पंजीयन करवाया है। विभाग द्वारा 2008 को सहमति प्रदान की गई है।

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