एडिटर इन चीफ अभिषेक मालवीय
सांचेत इस वक्त महाशिवरात्रि मंगलवार को पड़ रही है महाशिवरात्रि के 1 दिन पहले सोमवार को सगोनिया से मंदिर पर हुआ शिव अभिषेक सगोनिया से मंदिर के पुजारी पंडित श्री अरुण कुमार जी शास्त्री द्वारा शिव जी का शिव अभिषेक किया गया पंडित शास्त्री ने बताया की शास्त्रों के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था और इस दिन शिव पार्वती की पूजा करने व्रत करने का विधान होता है। माना जाता है कि शिवजी को चंदन आदि से पूजन अर्चन करके बेलपत्र चढ़ाना चाहिए और इससे मनोकामनाएं पूर्ण होती है। इस साल महाशिवरात्रि 1 मार्च को है। पंडित शास्त्री बताते हैं कि महाशिवरात्रि का पूजा मुहूर्त क्या है। व्रत कैसे करें शिवजी की पूजा अर्चन कैसे करें, जिससे आपकी मनोकामनाएं पूर्ण हों और भगवान शिव प्रसन्न हो। महाशिवरात्रि 1 मार्च को सुबह 3:16 से 2 मार्च को सुबह 10:00 बजे तक रहेगी। पूजन अर्चन के लिए पहला मुहूर्त 11:47 से 12:34 तक और शाम 6:21 से रात्रि 9:27 तक है। इन मुहूर्त के अनपरूप आप कभी भी भगवान शिव की उपासना कर सकते हैं। अब आपको बताते हैं कि महाशिवरात्रि को पूजन अर्चन कैसे करें जिससे भगवान शिव प्रसन्न हो जाएं तो सबसे पहले शिवलिंग पर जल अर्पित करें। उसके बाद चंदन का लेप लगाएं । पुष्प आदि अर्पिर करें ।बेलपत्र शिवलिंग को अर्पित करें । दीपक कपूर जलाएं। ओम नमः शिवाय के मंत्र का जाप करें। गोबर के कंडों की अग्नि जलाकर तिल चावल इस अग्नि में डालकर हवन करें। पूजन के बाद ध्यान करें और भगवान शिव के मंत्रों का जाप करें। इस दिन महामृत्युंजय मंत्र और शिव के पंचाक्षर मंत्र ओम नमः शिवाय का जाप करना चाहिए।
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