रूस और यूक्रेन के बीच हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि कभी भी जंग शुरू हो सकती है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इन जंगी हालात पर भी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने रूस-यूक्रेन तनाव पर कहा कि मेरे रहते इस तरह के हालात कभी नहीं बनते। इसकी कोई संभावना ही नहीं है। ट्रम्प ने तनाव के बहाने अप्रत्यक्ष तौर पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन पर निशाना साधा है।पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रपति रहते यूक्रेन की मदद के लिए कई कदम उठाये थे। उन्होंने 2021 के बजट में भी यूक्रेन को सैन्य सहायता देने के लिए यूएस कांग्रेस से 23 अरब रुपए मांगे थे। बाद में यूक्रेन की स्पेशल ऑपरेशन फोर्स की बेहतर ट्रेनिंग सुविधाओं के लिए 11 करोड़ रुपए की सहायता भी दी थी।
2019 में अमेरिकी कांग्रेस में ट्रम्प पर महाभियोग चलाने के लिए मतदान किया गया था। जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर जेलेंस्की पर दबाव डाला था कि वे जो बाइडेन और उनके बेटे के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करवाए। हालांकि, तब सीनेट ने ट्रम्प को आरोपों से मुक्त कर दिया था। अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने भी जुलाई 2020 में अमेरिकी सीनेट में बताया था कि ट्रम्प प्रशासन ने यूक्रेन की सैन्य मदद बढ़ाने का समर्थन किया था। रूस और यूक्रेन के बीच जंग के बढ़ते खतरे को देखते हुए अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। इसमें रूसी सैन्य कार्रवाई और कोरोना के बढ़ते खतरों की वजह से यूक्रेन की यात्रा न करने की सलाह दी गई है। वहीं, न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट में कहा है कि कुछ डिप्लोमैट्स को भी यूक्रेन छोड़ने को कहा गया है।
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