
जयपुर. साल 2021 खत्म हो गया है, लेकिन जाते-जाते कोरोना (COVID-19) के ओमिक्रॉन (Omicron Cases in Rajasthan) वायरस का प्रकोप छोड़ गया. मगर इस प्रकोप की आहट और शुरुआत के बीच ही राजस्थान के रियल एस्टेट मार्केट में 112 करोड़ की बड़ी डील हुई है. राजस्थान में हर व्यक्ति को घर उपलब्ध करवाने के उद्देश से सरकार द्वारा बनाए गए राजस्थान आवासन मंडल ने अकेले दिसंबर महीने में 112 करोड़ रुपये की प्रोपर्टी बेच कर नया रिकॉर्ड बनाया है. राजस्थान आवासन मंडल के आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि राजस्थान आवासन मंडल की रियल स्टेट मार्केट में चमक बरकरार है. पवन अरोड़ा का कहना है कि दिसंबर में मंडल की 458 सम्पत्तियां बिकीं, जिससे मंडल को 112 करोड़ का राजस्व मिला. उल्लेखनीय है कि मण्डल की 22 प्रीमियम सम्पत्तियां ई-ऑक्शन के माध्यम से बिकीं, जिससे मण्डल को 73 करोड़ 80 लाख रूपये का राजस्व मिला. बुधवार को नीलामी उत्सव ई-बिड सबमिशन योजना में एक माह में 436 सम्पत्तियां बिकीं, जिससे मण्डल को 38 करोड़ 45 लाख रूपये का राजस्व मिला.
प्रताप नगर में 3 बड़े व्यावसायिक भूखंड बिके 61 करोड़ 83 लाख रूपये में
आयुक्त ने बताया कि मंडल की प्रताप नगर योजना में प्रताप नगर महल रोड और हल्दी घाटी मार्ग पर जयपुर चौपाटी के पास स्थित 3 बड़े व्यावसायिक भूखंड 61 करोड़ 83 लाख रुपये में बिके. प्रॉपर्टी एक्सपर्ट का मानना है कि मंडल द्वारा प्रताप नगर में विकसित जयपुर चौपाटी, कोचिंग हब, राणा सांगा मार्केट और एआईएस रेजीडेंसी जैसी प्रीमियम योजनाओं की वजह से यहां प्रॉपर्टी में बूम आया है. उसका ही परिणाम है कि मंडल के बड़े व्यावसायिक भूखंड भी अपने न्यूनतम विक्रय मूल्य से अधिक कीमत पर बिक रहे हैं.
आरएचबी आतिश मार्केट की 4 दुकानें बिकी 2 करोड़ 81 लाख रुपये में
आयुक्त ने बताया कि मण्डल द्वारा मानसरोवर योजना में विकसित आरएचबी आतिश मार्केट की 4 दुकानें अपने निर्धारित न्यूनतम विक्रय मूल्य से लगभग दोगुनी से ज्यादा कीमत में बिकीं. यहां की 2 दुकानें जिनकी कीमत़ 14 लाख 87 हजार 500 रुपए थी, वह 62 लाख 44 हजार रुपये में बिकीं. उल्लेखनीय है कि इनका न्यूनतम विक्रय मूल्य 1 लाख 19 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर था, जो क्रमशः 5 लाख 5 हजार 555 रुपये प्रति वर्गमीटर और 4 लाख 93 हजार 551 रूपये प्रति वर्ग मीटर में बिकीं. राणा सांगा मार्केट प्रताप नगर की 9 दुकानें बिकीं 5 करोड़ 20 लाख रुपये में राजस्थान आवासन मंडल द्वारा प्रताप नगर में विकसित राणा सांगा मार्केट की 9 दुकानों के विक्रय से 5 करोड़ 20 लाख रुपये का राजस्व मिला. ये सभी दुकानें अपने न्यूनतम विक्रय मूल्य से अधिक कीमत में बिकीं.
बुधवार को नीलामी उत्सव में बिकीं 436 सम्पत्तियां
अरोड़ा ने बताया कि बुधवार नीलामी उत्सव ई-बिड सबमिशन योजना के तहत गत माह में 436 सम्पत्तियां बिकीं, जिससे मंडल को 38 करोड़ 45 लाख रुपये का राजस्व मिला. उन्होंने बताया कि जयपुर वृत्त प्रथम, द्वितीय और तृतीय में 131 सम्पत्तियां बिकी, जिससे मण्डल को 11 करोड़ 46 लाख रुपये का राजस्व मिला, जोधपुर वृत्त प्रथम और द्वितीय में 37 सम्पत्तियां बिकी, जिससे मण्डल को 5 करोड़ 37 लाख रुपये का राजस्व मिला, बीकानेर वृत्त में 205 सम्पत्तियां बिकी, जिससे मण्डल को 12 करोड 61 लाख रुपये का राजस्व मिला, उदयपुर वृत्त में 48 सम्पत्तियां बिकी, जिससे मण्डल को 6 करोड 48 लाख रुपये का राजस्व मिला, अलवर वृत्त में 9 सम्पत्तियां बिकी, जिससे मण्डल को 1 करोड़ 54 लाख रुपये का राजस्व मिला और कोटा वृत्त में 6 सम्पत्तियां बिकी, जिससे मण्डल को 99 लाख रुपये का राजस्व मिला.

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