छत्तीसगढ़ में कोरोना के कहर के चलते सरकारी कार्यालयों में भी अब वर्क फ्राम होम से कार्य होंगे। इस संबंध में राज्य शासन की ओर से सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर निर्देश जारी किया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने कहा है कि जिला कलेक्टर अपने जिलों के स्थानीय परिस्थितियों का आकलन करते हुए शासकीय कार्यालयों में जरूरत के आधार पर कर्मचारियों से वर्क फ्राम होम पद्धति से कार्य लें। वहीं कार्यालयों में न्यूनतम उपस्थिति सुनिश्चित करें। इसके अंतर्गत शासकीय कार्यालयों, बैंक, डाकघर, बीमा कंपनी समेत प्राइवेट संस्थान शामिल हैं। चिकित्सा सेवाएं, पानी सप्लाई, स्वच्छता बिजली आपूर्ति, अग्निशमन सेवाएं, कानून व्यवस्था जैसे अतिआवश्यक सेवाएं निरंतर बनी रहेंगी।
वहीं सभी शासकीय बैठकों का वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम वर्चुअल आयोजन की सलाह दी गई है। संक्रमण के प्रभाव को कम किया जा सके। ऐसे कर्मचारी जिन्होंने अब तक कोरोना टीका नहीं लगवाया है। उन्हें जल्द से जल्द टीका लगवाने कहा गया है। सामान्य प्रशासन के निर्देश के बाद शासकीय कार्यालयों में आवश्यकता के आधार पर न्यूनतम कर्मचारी ही उपस्थित रहेंगे!इधर प्रदेश में कोरोना जांच बढ़ने के बाद सैंपल जांच समय पर नहीं हो पा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य में 10 हजार से अधिक सैंपल पेंडिंग है। इसे देखते हुए राज्य शासन ने पेंडिंग सैंपलों की जांच प्राइवेट आरटीपीसीआर लैब से कराने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि राज्य में हर दिन औसत 40 हजार से अधिक जांचें हो रहीं हैं।
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