ऑगनवाड़ी केन्द्रों के सुदृढ़ीकरण में समुदाय की भागीदारी बढ़ाने एडॉप्ट एन ऑगनवाड़ी कार्यक्रम प्रारंभ कलेक्टर ने की आधारभूत आवश्यकताओं एवं सेवाओं में सहभागिता प्रदान करने की अपीली
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ऑगनवाड़ी केन्द्रों के सुदृढ़ीकरण में समुदाय की भागीदारी बढ़ाने एडॉप्ट एन ऑगनवाड़ी कार्यक्रम प्रारंभ कलेक्टर ने की आधारभूत आवश्यकताओं एवं सेवाओं में सहभागिता प्रदान करने की अपीली

रायसेन, 08 जनवरी 2022
  जिले के आंगनबाडी केंद्रों को Adopt an aganwadi के माध्यम से आधारभूत आवश्यकताओं एवं सेवाओं में अपनी सहभागिता प्रदान किए जाने की कलेक्टर श्री अरविन्द दुबे द्वारा जनप्रतिनिधि, शासकीय कर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता, सामाजिक संगठन, गैर शासकीय संस्थाएं, औद्योगिक संस्थाएं और अन्य संगठन से अपील की गई है। जिले में 1858 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। इन केंद्रों के माध्यम से 6 वर्ष तक की आयु वर्ग के बच्चों, गर्भवती एवं धात्री माताओं को स्वास्थ्य एवं पोषण सेवाएं तथा 3 से 6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को शाला पूर्व शिक्षा प्रदान की जाती है।
जिले में आंगनबाडी सेवाओं को अधिक प्रभावी और बालरूचि योग्य बनाने हेतु शासन निरंतर प्रयासरत है। आंगनबाड़ी केंद्रों में उपलब्ध सुविधाओं के अतिरिक्त अन्य सुविधाओं की पूर्ति हेतु सामाजिक सहभागिता एवं जागरूकता आवश्यक है। निरंतर यह प्रयास है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले बच्चों को ऐसा परिवेश उपलब्ध कराया जाए जिससे कि उनका समग्र विकास संभव हो। इसी उददेशय से ऐसे दानदाताओं/सहयोगकर्ताओं को आंगनबाडी केंद्रों से सम्बद्ध किया जा रहा है, जो आंगनबाडी केंद्रों को एडॉप्ट कर इन केंद्रों की आधारभूत आवश्यकताओं एवं सेवाओं में अपनी सहभागिता कर सकें।
इसी उददेशय के तारतम्य में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार प्रदेश में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों को सुदृढ करने के लिए समुदाय की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से Adopt an aganwadi  कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। कार्यक्रम में आंगनवाड़ी केंद्रों को गोद लेने के लिए जनप्रतिनिधि, शासकीय कर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता, सामाजिक संगठन, गैर शासकीय संस्थाएं, औद्योगिक संस्थाएं और अन्य संगठन अधोसंरचना, आंगनवाड़ी संचालन, पोषण सुधार, आदि गतिविधियों में सहयोग कर सकते हैं।
रायसेन जिले में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेने के लिए इच्छुक संस्था या व्यक्ति 8989622333 पर मिस्ड कॉल करके अथवा लिंक  https://mpwcdmis.gov.in/ awcadoptionDetails-aspx पर जाकर पंजीयन की कार्यवाही कर सकते है। इस लिंक पर जाकर एक पंजीयन फॉर्म उपलब्ध होगा इस फॉर्म को भरने के उपरांत संबंधित व्यकित संस्था जिले के आंगनवाड़ी केंद्र को आवश्यक सहयोग के लिए चयन कर सकेंगे।
 
आंगनवाड़ी संचालन में सहयोग

इसके अतिरिक्त आंगनवाड़ी संचालन में सहयोग के लिए आउटडोर एवं इंडोर खेल सामग्री का प्रदाय, बच्चों को यूनिफॉर्म उपलब्ध कराना तथा केंद्र के संचालन में आवश्यक सामग्री जैसे पंखा, घड़ी, फर्नीचर, बर्तन, बच्चों हेतु सुरुचिपूर्ण पेंटिंग, छाता, पुस्तकें, दरी, वजन और उंचाई मापने की मशीन, स्लेट, ब्लेक वोर्ड, चॉक, चार्ट आदि शामिल किए जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त आवश्यकतानुसार अन्य सामग्री भी प्रदाय की जा सकती है।
 
पोषण सुधार

जनप्रतिनिधि/व्यक्ति अथवा संस्था बच्चों के पोषण सुधार के लिए आवश्यक वित्तीय अथवा पोषण सामग्री का प्रदाय, अति कम वजन वाले बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भेजने के लिए आवश्यक सहयोग तथा उनके परिवार को आवश्यकता अनुसार वित्तीय सहयोग अथवा सामग्री के रूप में सहायता प्रदान कर सकते हैं।

अधोसंरचना में सहयोग

आंगनवाड़ी केंद्रों को गोद लेने के लिए आंगनबाड़ी भवन परिसर एवं परिसर के लिए भूमि आंगनवाड़ी भवन और कक्षों का निर्माण पूर्व से निर्मित भवनों का सुधार, रंग रोगन पूर्व से निर्मित भवनों की बाउंड्री वाल का निर्माण, केंद्र में हैंडपंप की स्थापना, बच्चों के लिए सुलभ शौचालय आदि के निर्माण अथवा मरम्मत में अपना सहयोग कर सकते हैं इसके अतिरिक्त भवन की मरम्मत, सोलर पैनल, विद्युतीकरण की स्थापना, किचन या किचन शेड का निर्माण, पोषण वाटिका का निर्माण आदि करा सकते हैं।
जिले में संचालित आंगनवाड़ी केंद्रों की प्रोफाइल बनाई जाकर आंगनवाड़ी केंद्रों को ए, बी एवं सी श्रेणी में विभाजित किया गया है। ए श्रेणी में वे केंद्र आएंगे जहां सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। बी श्रेणी में ऐसे आंगनवाड़ी केंद्र हैं जहां अल्प सुविधाओं की आवश्यकता है तथा सी श्रेणी में ऐसे आंगनवाड़ी केंद्र है जिसमें अधिक सुविधाओं की आवश्यकता है। इसके साथ ही प्रत्येक श्रेणी में होने वाले प्रस्तावित कार्य का अनुमानित व्यय का आंकलन भी तैयार करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं ताकि दानदाताओं या सहयोगकर्ताओं को होने वाले कार्य की जानकारी हो सके एवं चयन में सुविधा हो सके। दूरस्थ आदिवासी क्षेत्रों में संचालित एवं ऐसे आंगनवाड़ी केंद्र हैं जहां अल्प सुविधा है तथा ऐसे आंगनवाड़ी केंद्र है जिसमें अधिक सुविधाओं की आवश्यकता है, उनके संबंध में अधिक से अधिक सहयोग किए जाने की अपील की गई है।

 

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