छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने जन अदालत लगाकर तीन आदिवासियों की निर्मम हत्या कर दी है। नक्सलियों को यह संदेह था कि ये पुलिस से मिले हुए हैं। माओवादियों ने दो महिला एवं एक पुरुष की हत्या की है। इधर पुलिस अफसरों का कहना है कि माओवादियों ने जन अदालत लगाकर जिन्हें मारा है, वे आदिवासी नहीं बल्कि नक्सलियों के ही साथी है। पुलिस विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीजापुर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के इडिनार ग्राम स्थित जंगल में यह घटना हुई है। यहां माओवादियों ने जन अदालत लगाया और अपने ही साथियों की निर्मम हत्या कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जिनकी हत्या की गई है, उनमें कमलू पूनम, मांगी व एक अन्य पुरुष माओवादी शामिल है। नक्सलियों का अत्याधिक प्रभाव वाला क्षेत्र होने की वजह से पूरी जानकारी अभी नहीं मिली है।
नक्सलियों ने जन अदालत में मारे गए आदिवासियों पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया है। इस घटना की जानकारी ग्रामीणों ने गंगालूर थाने में दी। इधर घटना के बाद से बीजापुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। जिस क्षेत्र में जन अदालत लगाई गई थी, वहां फोर्स को भेजकर शवों को पुलिस अपने कब्जे में लेगी। पुलिस के अफसर जांच के बाद आगे की जानकारी देने की बात कह रहे हैं।
Please do not enter any spam link in the comment box.