किशोर बियानी अपने इंश्योरेंस बिज़नेस में हिस्सा बेच सकते हैं। इटली की दिग्गज बीमा कंपनी जेनेराली भारत में अपने निवेश को दोगुना कर रही है। जेनेराली ने कर्ज में डूबे किशोर बियानी के नेतृत्व वाले फ्यूचर ग्रुप के साथ दो सौदे किए हैं और दोनों पक्षों के बीच बीमा संयुक्त उद्यमों में एक नियंत्रित हिस्सेदारी हासिल करने पर सहमत हुए हैं। सरकार ने आठ महीने पहले विदेशी निवेशकों को बीमा क्षेत्र में 74 प्रतिशत तक का अधिग्रहण करने की अनुमति दी थी। बीमा की दिग्गज कंपनी फ्यूचर जेनेराली इंडिया इंश्योरेंस में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी लगभग 1,253 करोड़ रुपए में खरीदेगी। इसके साथ कुछ और नियम और शर्तें हो सकती हैं। फ्यूचर एंटरप्राइजेज के द्वारा 26 जनवरी को स्टॉक एक्सचेंजों को देर शाम की सूचना में सौदे का खुलासा किया गया था और यह दोनों पार्टियों के बीच नियामक के अप्रूवल और अन्य शर्तों के अधीन है। इसके अलावा जेनेराली ने फ्यूचर जेनेराली इंडिया इंश्योरेंस में फ्यूचर ग्रुप के बाकि भाग को सीधे या नामांकित व्यक्ति के माध्यम से सहमत मूल्यांकन पर खरीदने का विकल्प भी हासिल कर लिया है। यह भी नियामक के अप्रूवल पर निर्भर करेगा।
फ्यूचर जेनेराली इंडिया इंश्योरेंस में फ्यूचर एंटरप्राइजेज की संयुक्त हिस्सेदारी 49.91 प्रतिशत है। जेनेराली को हिस्सेदारी बेचने के बाद इसकी हिस्सेदारी घटकर 24.91 प्रतिशत रह जाएगी। इसके बाद इतालवी फर्म की हिस्सेदारी 74 प्रतिशत की अधिकतम सीमा तक बढ़ जाएगी। जेनेराली को पहले भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग से जीवन बीमा संयुक्त उद्यम फ्यूचर जेनराली इंडिया लाइफ इंश्योरेंस में औद्योगिक निवेश ट्रस्ट लिमिटेड की 16 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी मिली थी।
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