भोपाल | उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा के चुनाव में मध्य प्रदेश के नेताओं को अहमियत मिलेगी, यह आस दोनों ही दलों भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को रही है, मगर पहले चरण के चुनाव प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों की सूची में किसी भी दिग्गज नेता का नाम नहीं है। दोनों ही दलों ने इन सूचियों को लेकर एक दूसरे पर हमले किए, अब दोनों दलों में सन्नाटा है, क्योंकि किसी दल के नेता को इस सूची में जगह जो नहीं मिली है।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा के पहले चरण के प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों की सूची आ चुकी है। पहले भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची आई तो उसमें राज्य के एक भी नेता का नाम नहीं था।
इस पर कांग्रेस ने तंज कसा और सोशल मीडिया पर कहा, जनता में शिवराज के प्रति भारी गुस्सा है। सीमावर्ती राज्य होने के बावजूद उत्तर प्रदेश बीजेपी ने मध्य प्रदेश के किसी नेता को स्टार प्रचारक नहीं बनाया है। शिवराज जी, विदाई तय है। आपसे नुकसान का भय है।
कांग्रेस ने जब भाजपा पर हमला किया तो भाजपा की तरफ से किसी ने बयान नहीं दिया और न ही प्रतिक्रिया जाहिर की। उसके कुछ दिन बाद अब कांग्रेस की सूची आई तो उसमें राज्य के किसी नेता का नाम नहीं दिखा। फिर क्या भाजपा भी हमला करने से नहीं चूकी और सोशल मीडिया पर लिखा, जनता और कांग्रेस हाईकमान में कमलनाथ के प्रति भारी गुस्सा है। सीमावर्ती राज्य होने के बावजूद उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के किसी नेता को नहीं बनाया स्टार प्रचारक। कांग्रेस ने भी छोड़ दिया इनका हाथ, रिटायरमेंटले रहे हैं कमलनाथ।
कुल मिलाकर राज्य के नेताओं को स्टार प्रचारक की सूची में जगह न मिलने पर दोनों दलों ने एक दूसरे पर वार पलटवार किए, मगर अब मौन हैं क्योंकि दोनों ही दलों को इस स्टार प्रचारक की सूची में जगह नहीं मिली है।
Please do not enter any spam link in the comment box.