राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस पर जिले में सघन पल्स पोलियो अभियान का कार्यक्रम भी तय कर लिया गया है। इस बार यह अभियान 23 जनवरी से शुरू होकर 25 जनवरी तक चलेगा। स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है। इस बार जिले के 2.52 लाख से अधिक बच्चों को पोलियो की खुलाक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
जिला टीकाकरण अधिकारी दुर्ग सीबीएस बंजारे ने बताया, “पल्स पोलियो अभियान 23 जनवरी से शुरू किया जायेगा जो 25 जनवरी तक चलेगा। इसके तहत 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाया जाएगा। इस अभियान में जिला प्रशासन भी स्वास्थ्य विभाग के साथ पूरी सहभागिता रखेगा। अभियान के तहत 23 जनवरी को निर्धारित किए गए बूथ पर पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। शेष दो दिन 24, 25 जनवरी को घर-घऱ जाकर दवा पिलाने का कार्य किया जाएगा।“
पल्स पोलियो अभियान के लिए 11 जनवरी को एक वर्चुअल बैठक भी ली गई थी। इसमें ब्लॉक स्तर में स्वास्थ्य विभाग महिला बाल विकास विभाग और मितानिन शामिल थीं। इस दौरान कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिले वासियों से अपील की गयी कि वह अपनी नजदीकी पल्स पोलियो बूथ में निर्धारित उम्र के बच्चों को ले जाकर पोलियों की ड्रॉप पिलायें।
1010 बूथों में पिलाई जाएगी दवा- स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने के लिए 1,010 बूथ जिले भर में बनाए जाएंगे। 2,021 टीमें मिलकर इन बूथों में दवा पिलाने का कार्य करेंगी। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए 4,041 वैक्सीनेटर्स की भी ड्यूटी लगाई गई है। वहीं 210 सुपरवाइजर इस पूरे कार्यक्रम की मॉनीटरिंग करेंगे और यह देखेंगे कि हर बच्चों को दवा पिलाई गई है या नहीं।
कोरोना गाइडलाइन का किया जाएगा पालन- पोलियो ड्रॉप पिलाने के दौरान कोरोना गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा। जो लोग 0-5 साल तक के बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने आएंगे उन्हें मास्क पहनने के लिए बताया जाएगा। साथ ही जिन्होंने मास्क नहीं पहना होगा। उन्हें मास्क पहनकर आने के लिए कहा जाएगा। इस दौरान दवा पिलाने वाले व्यक्ति द्वारा भी कोविड गाइडलाइंस का पूरा पालन किया जाएगा। घर-घर दवा पिलाने के दौरान भी लोगों को कोविड वैक्सीन लगाने और घर से निकलते समय मास्क और सेनेटाइजर लेकर जाने के लिए समझाया जाएगा
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