जयपुर. सचिन पायलट (Sachin Pilot) एक बार फिर चर्चा में है. पायलट ने अध्यापक पात्रता परीक्षा (REET-2021) में पदों की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों का समर्थन करते हुये इसको लेकर सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखा है. पायलट ने सीएम गहलोत से आग्रह किया है कि वे अभ्यर्थियों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करें. पायलट इससे पहले भी कई बार बेरोजगार अभ्यर्थियों की पैरवी कर चुके हैं. वहीं उनके समर्थक विधायक भी इसी लाइन पर चलते हुये बेरोजगारों के साथ खड़े दिखाई दिये हैं.सचिन पायलट ने अपने पत्र में लिखा कि रीट के माध्यम से शिक्षकों की भर्ती प्रक्रियाधीन है. इसमें मूल परीक्षा 31 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिये आयोजित की गई थी. प्रतियोगियों ने मांग की है कि रीट के विरुद्ध 31 हजार के स्थान पर 50 हजार बेरोजगार शिक्षकों को रिक्त पद पर नियुक्ति दी जाये. ये इस मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलनरत भी हैं. अत: आपसे अनुरोध है कि परीक्षार्थियों की मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार समुचित कार्रवाई करवाने का श्रम करें.

सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू
उल्लेखनीय है कि पायलट ने इससे पहले भी बेरोजगारों की मांग को लेकर सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखा था. सचिन पायलट खेमे के वरिष्ठ विधायक एवं हाल ही में गहलोत कैबिनेट में शामिल किये गये मंत्री हेमाराम चौधरी समेत अन्य विधायक भी बेरोजगारों की मांग को लेकर उनका समर्थन कर चुके हैं. अब एक बार फिर से पायलट की ओर से सीएम को चिट्ठी लिखे जाने से सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है.

राजनीतिक नियुक्तियों का मुद्दा भी उठा चुके हैं पायलट
पायलट इससे पहले सार्वजनिक मंचों से पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में किये गये वादों को पूरा करने की बात लगातार उठाते रहे हैं. वहीं राजनीतिक नियुक्तियों के मसले को भी वे सार्वजनिक तौर पर उठाते रहे हैं. पायलट का कहना है कि पार्टी को सत्ता में लाने के लिये पसीना बहाने वाले कार्यकर्ताओं को यथोचिति सम्मान दिया जाना चाहिये.