उज्जैन. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की शिवराज (shivraj singh chouhan) सरकार ने उज्जैन के विकास का पूरा प्लान तैयार कर लिया है. मंगलवार को उज्जैन के मेला कार्यालय में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav) ने शहर को नई सौगात देते हुए जानकारी साझा की. सरकार का कहना है कि आने वाले दिनों में उज्जैन में बहुत बड़ा विकास देखने को मिलेगा. मंत्री डॉ. मोहन यादव की मानें तो आने वाले दिनों में शहर की तस्वीर बदलने वाली है. उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि उज्जैन में आईआईटी इंदौर का सेटेलाइट कैंपस खोला जाएगा. यह कैंपस अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोध केंद्र के रूप में विकसित होगा. यह अपनी तरह का यह देश का पहला शिक्षण संस्थान होगा.डॉ. मोहन यादव का कहना है कि इसके साथ ही मेट्रो ट्रेन भी इंदौर से उज्जैन के रास्ते चलाई जाएगी. यही नहीं उज्जैन में एयरपोर्ट खोले जाने का रास्ता भी साफ हो गया है. जल्द ही इसका काम भी शुरू होगा.  उज्जैन-इंदौर के बीच प्रस्तावित मेट्रो के सर्वे के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अनुमति दे दी है.  इंदौर के अरविंदो मेडिकल कॉलेज  से सांवेर होते हुए उज्जैन आएगी मेट्रो.  उज्जैन में केंद्र और राज्य सरकार मिलकर जल्द ही एयरपोर्ट भी विकसित कर रहे हैं.

आईआईटी इंदौर का बनेगा सेटेलाइट कैंपस
आईआईटी इंदौर ने सेटेलाइट कैंपस की स्थापना के लिए प्रारंभिक डीपीआर तैयार की है. यह कैंपस हर दृष्टि से पूर्ण होगा. कैंपस में छात्रावास और शिक्षकों के लिए आवास भी होंगे. डॉ. मोहन यादव का कहना है कि यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर की शोध सुविधाएं एवं पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे. इसके लिए  100 एकड़ जमीन हमसे मांगी गई है जिसमें करीब  500 करोड़ रुपए लगेगा. फिलहाल उज्जैन में 5 हजार करोड़ के काम चालू हैं. आने वाले दिनों में मेडिकल डिवाइस की यूनिट भी लगेगी. जल संसाधन प्रबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र होगा जहां जल के संबंध में शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ जल संसाधन पर शोध कार्य किया जाएगा. यह अपनी तरह का देश का पहला केंद्र होगा.