जालंधर।  में एक किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार किए गए पूर्व फौजी रियाज और उसके साथी जौहर ने पहले भी जम्मूश्रीनगर और पंजाब में कई किलो हेरोइन सप्लाई की थी। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि दोनों ने जम्मू से हेरोइन सप्लाई का काम शुरु किया था और अपना नेटवर्क बढ़ाते-

बढ़ाते पंजाब के कई शहरों तक हेरोइन तस्करी शुरू कर दी थी। 

रिमांड के दौरान पता चला कि दोनों आरोपित इकट्ठा ही हेरोइन सप्लाई करते थे। 

पुलिस ने दोनों के मोबाइल से काफी डिटेल हासिल कर ली है और जल्द ही इस मामले में पुलिस और गिरफ्तारियां भी दिखा सकती है।

दोनों का पुलिस रिमांड सोमवार को खत्म होगा जिसके बाद बाद पुलिस रिमांड बढ़ाने के लिए दोनों को अदालत में पेश कर रिमांड बढ़ाने की अपील करेगी।

इस संबंध में डीसीपी जसकिरणजीत सिंह तेजा ने बताया कि दोनों अभी तक यह कह रहे हैं कि महज साल भर से इस धंंधे में जुड़े थे लेकिन उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता।

 उन्होंने बताया कि जल्द ही जम्मू कश्मीर की पुलिस से संपर्क साध कर दोनों की डिटेल निकलवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि जल्द ही इस मामले का नेटवर्क ब्रेक कर इस धंधे में जुड़े और लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।

यह था मामला

जालंधर कमिश्नरेट पुलिस के स्पेशल आप्रेशन यूनिट स्टाफ की टीम ने अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्करों के साथ मिल कर हेरोइन सप्लाई करने वाले पूर्व फौजी और उसके साथी को गिरफ्तार किया था। 

आरोपितों के पास से एक किलो हेरोइन बरामद की है जिसकी कीमत बाजार में करोड़ों रुपये थी।

 आरोपितों की पहचान कुपवाड़ा निवासी रियाज अहमद खान और जौहर अहमद मलिक के रूप में हुई थी। पुलिस जांच में सामने आया कि रियाज अहमद खान पंद्रह साल तक फौज में नौकरी करता रहा है। 

वहीं जौहर अहमद महिला खेती का काम करता था और दोनों के संबंध कई बड़े ड्रग तस्करों के साथ थे। 

डीसीपी जसकिरण जीत सिंह तेजा ने बताया छा कि स्पेशल आप्रेशन यूनिट के प्रमुख सब-

इंसपेक्टर अशोक कुमार ने गुप्त सूचना के आधार पर ट्रांसपोर्ट नगर में नाकाबंदी की थी। 

वहां से निकल रहे जम्मू कश्मीर के रहेन वाले दो युवकों को रोका तो उन्होंने अपना नाम रियाज अहमद  जौहर अहमद निवासी जम्मू-कश्मीर बताया। 

शक के आधार पर उनकी तलाशी ली गई तो उनके पास से एक किलो हेरोइन बरामद हुई।