नई दिल्ली ।
बिहार के छपरा में रंगदारी न देने पर क्लिनिक मालिक
डाक्टर की उनके क्लिनिक में घुसकर चाकू से वार कर बेरहमी से हत्या करने के मामले में फरार चल रहे कुख्यात अपराधी सुरेश तिवारी को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। बिहार पुलिस से मिली सूचना के आधार पर स्पेशल सेल की टीम ने उसे जैतपुर के सौरभ विहार से गिरफ्तार किया।
घटना के बाद छिपने के लिए वह दिल्ली आ गया था और यहां वह दो महीने से छिपा हुआ था।
डीसीपी जसमीत सिंह के मुताबिक सुरेश तिवारी मूलरूप से छपरा, बिहार का रहने वाला है।
उसके पास से प्वाइंट 32 कैलिबर की सेमी आटोमैटिक पिस्टल व दो कारतूस बरामद किए गए हैं ।
वह बिहार में हत्या के तीन मामलों में शामिल है।
तीनों वारदात में उसने दहशत फैलाने के लिए चाकू का इस्तेमाल किया था।
वर्तमान में वह बिहार में रंगदारी न देने पर चाकू मारकर डाक्टर की हत्या जबरन करने व हथियार के बल पर लूटपाट करने के दो मामलों में वांछित था।
एसीपी अतर सिंह व इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह के नेतृत्व में एसआई सतविंदर, हवलदार अमित, सिपाही सचिन मोहित
व आमिर की टीम ने 27 दिसंबर को सुरेश तिवारी को सौरभ विहार से हथियार के साथ दबोच लिया।
सौरभ विहार में वह किराए पर घर लेकर रह रहा था।
पूछताछ से पता चला कि 28 अक्टूबर को सुरेश तिवारी छपरा में डाक्टर प्रभु राय के क्लिनिक पर जाकर उनसे एक लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी।
डाक्टर द्वारा रंगदारी देने से मना करने सुरेश तिवारी ने क्लीनिक में ही उनपर चाकू से कई बार वार कर जख्मी कर
ने के बाद क्लिनिक से रखे 20 हजार रुपये लूटकर फरार हो गया था।
उपचार के दौरान प्रभु राय ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था। वारदात को अंजाम देने के बाद वह दिल्ली आ गया था।
18 अप्रैल 2016 को सुरेश तिवारी ने अपने ही भाई मुकेश तिवारी की शादी के दिन अपने गांव में उन्हें तब चाकू मार
दिया था, जब वह नवविवाहिता पत्नी को लेकर घर आए थे। उनकी भी मौत हो गई थी।
एक अन्य मामले में बदमाश ने वर्ष 2005 में सट्टा से प्राप्त धन के बंटवारे के मुद्दे पर झगड़े के दौरान सुधीर राय की
चाकू मारकर हत्या कर दी थी।
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