जिला अस्पताल के पैथोलाजिकल लैब में मरीजों के लिए अत्याधुनिक बायोकेमेस्ट्री एनालाइजर मशीन की सुविधा शुरू की गई है। इस मशीन से मरीजों के लीवर, शुगर और कैल्शियम की जांच की जाती है। अब तक इस तरह के जांच के लिए मरीजों को बिलासपुर-रायपुर का चक्कर लगाना पड़ता था। जांच में मरीजों को एक हजार रूपए से लेकर 2 हजार रुपए तक खर्च करने पड़ते थे। जिला अस्पताल में यह सुविधा शुरू होने से अब यह जांच केवल दो सौ रूपए में हो जाते हैं।
जिला अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए लगातार विस्तार किए जा रहे हैं। अत्याधुनिक डिजटल एक्स-रे मशीन, सोनोग्राफी, ब्लड बैंक के बाद अब बायोकेमेस्ट्री एनालाइजर मशीन की सुविधा शुरू की गई है। अस्पताल की पैथालाजी में मशीन को लगा दिया गया है। जिला अस्पताल के लैब टेक्नीशियन टीएल साहू ने बताया कि लैब में लगाई गई बायोकेमेस्ट्री एनालाइजर मशीन से लीवर से संबंधित बीमारी का पता लगाने के लिए मरीज का ब्लड सेंपल लेकर जांच किया जाता है।
जिसमें शुगर जांच, कैल्शियम, कोलेस्ट्राल, एल्केलाइन सहित 9 प्रकार की जांच की जाती। उन्होंने बताया कि मरीज का ब्लड लेकर मशीन में डाला जाता है और इसके बाद कम्यूटराइज्ड रिजल्ट निकलता है। समय पर रिपोर्ट मिलने से मरीजों का इलाज भी बेहतर ढंग से हो सकता है। टेक्नीशियन साहू ने बताया कि अब तक लीवर से संबंधित जांच के लिए मरीजों को बिलासपुर-रायपुर का चक्कर लगाना पड़ता था। जांच में मरीजों को एक हजार रूपए से लेकर दो हजार रूपए तक खर्च करने पड़ते थे। जिला अस्पताल में यह सुविधा शुरू होने से अब यह जांच केवल दो सौ रूपए में हो जाते हैं। जिला अस्पताल के पैथोलाजिकल लैब में मरीजों के लिए बायोकेमेस्ट्री एनालाइजर मशीन की सुविधा शुरू की गई है। लीवर से संबंधित जांच के लिए मरीजों को अब बाहर लैब में जांच नहीं कराना पड़ता। कम पैसे में ही मरीजों की जांच अस्पताल में हो जाती है।
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