कानपुर/कन्नौज: पीयूष जैन इन दिनों मीडिया ही नहीं, सोशल मीडिया पर भी सुर्खियों में बने हुए हैं। सुर्खियों में आने का कारण पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज स्थित ठिकानों से अब तक 196.45 करोड़ों रुपए के गुप्त खजाने और 23 किलो सोना का मिलना है। इतनी बड़ी रकम मिलने के बाद पीयूष को गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में कानपुर जिला जेल भेज दिया गया है।

आइए जानते है कि धनकुबेर पीयूष जैन की जेल में पहली रात कैसी बीती।

पीयूष जैन को कोरोना प्रोटोकॉल के तहत कानपुर जिला जेल के बैरक नंबर 15 में रखा गया है। हिन्दुस्तान की खबर के मुताबिक, 27 दिसंबर दिन, सोमवार को पीयूष जैन की जेल में पहली रात थी। बैरक नंबर 15 में पीयूष जैन कभी करवटें लेता तो कभी उठकर टहलने लगता। वो देर रात तक सो नहीं सका। बस अपनी बैरक में ही इधर-उधर टहलता रहा। जेल के सूत्रों ने बताया कि उसने रात का भोजन भी ठीक से नहीं किया। बताया जा रहा है कि वह करीब ढ़ाई-तीन बजे के बीच सोया।

पीयूष की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों ने उससे जगे रहने की वजह भी पूछी, मगर पीयूष जैन ने जवाब दिया कि कोई दिक्कत नहीं है, बस उसे नींद नहीं आ रही है। जेल सूत्रों की मानें तो पीयूष जैन को आम कैदियों की तरह ही रखा गया है। उसे जेल नियमों के मुताबिक, कंबल और तकिया मिले हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीयूष जेल में किसी से बात नहीं कर रहा। हालांकि, जेल के अन्य कैदी उससे बातचीत करने को आतुर दिखे, क्योंकि सभी जानना चाहते हैं कि आखिर इतना बड़ा खजाना हाथ कैसे लगा।

गौरतलब है कि पीयूष जैन को रविवार 26 दिसंबर की देर रात डीजीजीआई की टीम ने गिरफ्तार कर लिया था। 27 दिसंबर को पीयूष जैन का मेडिकल कराया गया और कोर्ट में पेश किया गया। जहां से 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में पीयूष जैन को जीएसटी की धारा 132 के तहत जेल भेज दिया गया था। इस दौरान जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने बताया कि पीयूष जैन ने स्वीकार किया है कि रिहायशी परिसर से बरामद नकदी बिना जीएसटी के माल की बिक्री से जुड़ी है।

छह दिनों की छापेमारी में इनकम टैक्स विभाग और जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) को पीयूष जैन के सभी ठिकानों से 196.45 करोड़ रुपए का कैश बरामद हुआ है। डीजीजीआई ने कैश के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पीयूष के कानपुर स्थित घर से 177.45 करोड़ रुपए का कैश बरामद हुआ है। तो कन्नौज स्थित घर से 19 करोड़ रुपए का कैश मिला है। इतनी बड़ी रकम मिलने के बाद पीयूष को गिरफ्तार कर लिया गया है और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

पीयूष जैन मूलरूप से कन्नौज के छिपत्ती के रहने वाले हैं और वर्तमान में जूही थानाक्षेत्र के आनंदपुरी में रहते हैं। पीयूष इत्र कारोबारी है और इनकी फैक्ट्री कन्नौज की इत्र वाली गली में स्थिति हैं। वहीं से पीयूष जैन अपना कारोबार चलाते हैं। इनके कन्नौज, कानपुर के साथ मुंबई में भी ऑफिस हैं। कन्नौज स्थित फैक्ट्री से इत्र मुंबई जाता है। यहां से इत्र पूरे देश और विदेश में बेचा जाता है। इनकम टैक्स विभाग को पीयूष जैन की करीब 40 कंपनियां की जानकारी मिली है, जिनके माध्यम से पीयूष अपना इत्र कारोबार चला रहे थे। आज भी कानपुर की ज्यादातर पान मसाला यूनिट, पान मसाला कम्पाउंड पीयूष जैन से ही खरीदती है।