बिलासपुर। करगी रोड के फूड इंस्पेक्टर श्याम वस्त्रकार की मनमानी मोबाइल से संपर्क करने पर उनके द्वारा फोन नहीं उठाया जाता अपने आप को उच्च अधिकारियों एवं मंत्रियों का करीबी बताया जाता है । खाद्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से ग्रामीण क्षेत्रों में फूड प्वाइजनिंग के ज्यादा केस बढ़ रहे हैं ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में खाने-पीने के घटिया खाद्य सामग्री सामानों की जांच नहीं हो पाती है । फूड इंस्पेक्टर अपने प्राइवेट गाड़ी में छत्तीसगढ़ शासन लिखा कर लोगों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं एवं जब से आए हैं आसपास की खाद्य सामग्री बनाने वाली फैक्ट्री है डिस्ट्रीब्यूटर की पूर्ण रूप से जांच करना चाहिए साथ-साथ स्वच्छता का भी ख्याल रखा जाना चाहिए जब से खाद्य अधिकारी वस्त्र कार आए हैं तब से एक भी जगह की जांच नहीं किए हैं और हेड क्वार्टर पर भी नहीं रहते हैं प्रतिदिन बाहर से आना-जाना करते हैं बीच में सभी सोसाइटी ओं में घुना खराब चना आया था जिसकी शिकायत जनप्रतिनिधियों के द्वारा फूड इंस्पेक्टर वस्त्र कार को दी गई थी उसके बाद भी उनके द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया किसी जानकारी के संबंध में उनसे फोन पर बात करने पर उनके द्वारा कहा जाता है कि मैं आकर मिल कर बात करता हूं इस संबंध में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से बात की गई क्या कोई गवर्नमेंट एम्पलाई अपनी निजी गाड़ी पर छत्तीसगढ़ शासन लिखवा सकता है क्या तो उनके द्वारा कहा गया इस संबंध में आरटीओ से बात करके दिखाता हूं।
बिलासपुर ए फो अशोक सवन्नी से बात की गई कि फूड इंस्पेक्टर के द्वारा अपनी निजी वाहन पर छत्तीसगढ़ शासन लिखकर टोल प्लाजा एवं अन्य सुविधा का लाभ लिया जा रहा है तो उनका कहना था कि लिखित में कोई ऐसा आदेश नहीं दिया गया है कि अपनी गाड़ी पर छत्तीसगढ़ शासन लिखवा कर घूम सकें) कोटा ब्लॉक क्षेत्र में उल्टी दस्त और खराब खाना ,खाने और सुदूर ग्रामीण अंचल में छोटे छोटे किराना दुकानों में खाने के तेल के साथ साथ बिना लेबल लगे ,खाली प्लास्टिक की पन्नी में पैकिंग से ग्रामीणों अंचल में मंहगे भाव में बेचा जा रहा है और लोगों के सीधे स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। जबकि कई बार क्षेत्रवासीयों ने कई बार कोटा एसडीएम कार्यालय में शिकायत करते हैं ,लेकिन शिकायत की अनदेखी कर दिया जाता हैं।
वहीं लगातार उल्टी दस्त की शिकायत मिलने के बाद भी कोटा के खाद्य विभाग के द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता। यहां ना तो होटलों ,ना तो किराना समान ढाबा, की समान का भी समय समय में जांच नहीं करते जिसके कारण बिना लेबल नाम का भी समान हाथ से बनाया समान को कई महिनों तक रखकर बेच रहें वहीं अभी हाल में ही इतनी बड़ी बीमारी करोना का समाना करना पडा़ हैं वहीं होटलों में खाने पीने के समानो को खुले रखकर और मिठाई को भी बासी समान को भी बेखौफ बेच रहे ,जब की खाद्य विभाग को समय समय में खाने पीने के समानों की सैम्पल लेकर गुणवत्ता की जांच कराना चाहिए खाद्य विभाग के अधिकारी श्याम वस्त्रकार को लगभग 1 वर्ष हो गया है आज तक विभाग का अधिकारी का एक नियत स्थान नहीं ना ही कार्यालय ,जब भी कोई भी राशनकार्ड और संबंधित जानकारी के लिए संपर्क किया जाता है तो वह हमेशा बोलते हैं कि मैं अभी मिटिंग में बिलासपुर में हूँ।
जबकि खाद विभाग अधिकारी को मुख्यालय कोटा में रहना चाहिए लेकिन वह बिलासपुर से आना-जाना करते हैं इसी कारण आम जनता और सुदूर ग्रामीणों की समस्या का समय से निराकरण नहीं होता हैं। खाद्य विभाग का स्थाई कार्यालय करगी रोड कोटा में नहीं है जब कई शासकीय भवन खाली पड़े हैं विकास सिंह ठाकुर विधायक प्रतिनिधि का कहना है कि इसकी शिकायत विधायक एवं उच्च अधिकारी से से की जाएगी प्रदीप कौशिक सांसद प्रतिनिधि का कहना है कि उक्त फूड इंस्पेक्टर की मुख्यमंत्री खाद्यान्न सार्वजनिक वितरण प्रणाली दुकान की प्रत्येक राशन दुकान से अवैध वसूली की मौखिक शिकायत मिली है उच्च अधिकारियों से बात करके लिखित शिकायत करके कानूनी कार्यवाही कराई जाएगी। श्याम वस्त्रकार फूड इंस्पेक्टर इस संबंध में जानकारी मांगी गई उनका कहना है कि मैं अभी बिलासपुर मीटिंग में हूं शासकीय कर्मचारी हूं इसलिए अपने निजी वाहन में छत्तीसगढ़ शासन लिखवाया हूं ।