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लंदन । कोरोना के घातक वायरस के कहर से ब्रिटेन बेहाल है यहां लगातार तीसरे दिन रिकॉर्ड मामले में बढ़ोतरी हुई हैं। शुक्रवार को कोरोना वायरस के 93045 मामले दर्ज किए गए हैं। ब्रिटेन में गुरुवार को 88376, जबकि बुधवार को 78610 नए मामले दर्ज किए गए थे। 6 करोड़ 72 लाख की आबादी वाले देश में इतनी बड़ी संख्या में कोरोना के मामले मिलने से लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं। ब्रिटेन दुनिया के उन चुनिंदा देशों में से एक है, जिसने सबसे पहले कोविड वैक्सीनेशन को शुरू किया था। इसके बावजूद हर दिन आ रहे रिकॉर्ड मामलों ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है। संक्रमण के नए मामलों के लिए कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट के साथ-साथ ओमीक्रोन वेरिएंट भी मुख्य रूप से जिम्मेदार है। इससे पहले, ब्रिटेन में सर्वाधिक दैनिक मामले आठ जनवरी को सामने आए थे। उस समय 68,053 नए मामले पाए गए थे। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में ब्रिटेन में कोरोना के नए मामले और ज्यादा बढ़ सकते हैं।
इस बीच, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने डाउनिंग स्ट्रीट में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान आगाह किया और कहा कि ओमिक्रोन से संक्रमण के मामले दो से भी कम दिनों में दोगुने हो रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि कोविड-19 रोधी टीकों की बूस्टर खुराक देने की मुहिम से इससे निपटने में मदद मिलेगी। ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए वैरियंट ओमीक्रोन से पहली मौत होने के बाद लोगों में डर है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ओमिक्रोन से हुई पहली मौत की पुष्टि करते हुए कहा था कि यह नया स्ट्रेन बड़ी तादात में लोगों को अस्पताल पहुंचा रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि लोग ओमिक्रोन के खतरे को हल्का न समझे। एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि ब्रिटेन में यदि अतिरिक्त नियंत्रण के उपाय नहीं किए गए तो अगले साल अप्रैल तक कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमिक्रोन से 25,000 से 75,000 लोगों की मौत हो सकती है। ओमिक्रोन में इंग्लैंड में संक्रमण की लहर पैदा करने की क्षमता है। यह जनवरी 2021 के दौरान बड़े पैमाने पर हुए संक्रमण और अस्पताल में दाखिल कराने के मामलों की तुलना में उच्च स्तर तक पहुंच सकता है।
ब्रिटेन में सोमवार से 30 साल के अधिक उम्र के लोगों को कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज देने का काम शुरू कर दिया गया है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि यह देश में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के ओमिक्रोन स्वरूप को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए कदमों में से यह एक है। इंग्लैंड के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) ने कहा कि देश में 30 से 39 साल उम्र के 75 लाख लोग हैं, जिनमें से 35 लाख लोग सोमवार से बूस्टर खुराक के लिए पात्र हैं।
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