अमेठी । केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उत्तर प्रदेश के अमेठी में कांग्रेस नेताओं - राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की पदयात्रा के लिए उनपर कटाक्ष किया और कहा कि कांग्रेस नेताओं को लखनऊ और छत्तीसगढ़ से लोगों को जुटाना पड़ा, जो अमेठी से उनके संबंध के बारे में काफी कुछ बयां करता है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल और उनकी बहन प्रियंका ने अमेठी में जगदीशपुर से हरिमऊ गांव तक पैदल मार्च निकाला, जहां पहुंचकर राहुल गांधी ने एक जनसभा को संबोधित किया। वे नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ आयोजित जन जागरण अभियान 'भाजपा भगाओ, महंगाई हटाओ प्रतिज्ञा पदयात्रा' में हिस्सा ले रहे थे। राहुल गांधी 15 साल तक अमेठी से सांसद रह चुके हैं। वह 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा की स्मृति ईरानी से 55,120 मतों से हारने के बाद दूसरी बार अमेठी के दौरे पर हैं। अमेठी नेहरू-गांधी परिवार का गढ़ हुआ करता था। अमेठी की सांसद ईरानी से जब पदयात्रा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'आज भाई-बहन अमेठी में थे। उन्हें लखनऊ, संत कबीर नगर और छत्तीगढ़ से भीड़ लानी पड़ी।।।किसी को आज बहुत मेहनत करनी पड़ी है।' केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, 'तथ्य यह है कि आप (नेहरू-गांधी परिवार) 50 वर्षों से एक निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधि थे, लेकिन अब हालत यह हो गई है कि आपको लखनऊ से 50 लोगों को अमेठी लाना पड़ा। यह मेरे निर्वाचन क्षेत्र से उनके संबंध के बारे में बहुत कुछ बताता है।