जालोर. विश्वभर में दहशत फैला रहे ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के बीच राजस्थान में कोरोना वैक्सीनेशन (Vaccination) की स्पीड को एक बार फिर से तेज कर दिया गया है. विशेष टीकाकरण अभियान के तहत प्रथम और द्वितीय डोज से वंचित रहे लोगों का घर-घर और ढाणियों में जाकर टीकाकरण किया जा रहा है. लेकिन इसमें स्वास्थ्य कर्मचारियों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. टीकाकरण को लेकर भ्रांतियां पाले बैठे लोगों को समझा बुझाकर टीके लगाये जा रहे हैं. इस कड़ी में राजस्थान के जालोर जिले से एक रोचक तस्वीर सामने आई है. यहां एक पशुपालक ने टीका लगवाने से मना कर दिया तो स्वास्थ्यकर्मी ने पेड़ के ऊपर चढ़कर उसे टीका लगाया.मामला जालोर जिले के आहोर क्षेत्र इलाके के रामा गांव से जुड़ा है. यहां शनिवार को विशेष टीकाकरण अभियान के तहत टीके लगाए गए. प्रथम और द्वितीय डोज से वंचित लोगों का घर-घर और ढाणियों में जाकर टीकाकरण किया गया. रामा में चिकित्सा टीम ने रेवड़ चराने वालों को भी टीका लगाया. टीम में शामिल सीएचए जेठाराम के मुताबिक ढाणियों में जाते समय रेवड़ चराने वाले सुजाराम को बड़ी मशक्कत से टीका लगाया जा सका.

पेड़ से नहीं उतरा सुजाराम
जेठाराम ने बताया कि सुजाराम पेड़ की छंगाई करते मिला. पूछने पर उसने एक ही टीका लगाये जाने की जानकारी दी. जब उसे कहा गया कि उसके दूसरी डोज भी लगनी है तो उसने इसके लिये साफ मना कर दिया. वह पेड़ पर ही चढ़ा रहा और नीचे नहीं उतरा. काफी देर तक उसे समझाइश की गई लेकिन वह टस से मस नहीं हुआ. इस पर जेठाराम टीका लगाने के लिये पेड़ पर चढ़ गया. बाद में उसने सुजाराम के टीका लगाया.

जालोर में कुल 13.75 लाख लोगों के टीके किये जाने का लक्ष्य है
जालोर जिले में कुल 13.75 लाख टीकाकरण किये जाने का लक्ष्य है. इनमें से 10.74 लाख लोगों ने ही पहली डोज लगाई है. 03.01 लाख लोग अब भी टीके की दूसरी डोज लगवाने नहीं आ रहे हैं. जिले दूसरी डोज केवल 7.42 लाख लोगों को लगी है. इसलिए घर-घर जाकर टीका लगाया जा रहा है. कोरोना के दुबारा फैल रहे संक्रमण को देखते हुये राज्य सरकार टीका अनिवार्य करने समेत अन्य सख्तियां भी लागू करने की तैयारी में है.

जयपुर में शनिवार को एक साथ पाये गये ओमिक्रॉन के 21 नये केस
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में ओमिक्रॉन वेरिएंट के केस बढ़ते जा रहे हैं. राजस्थान में शनिवार को ओमिक्रोन के 21 नये केस सामने आये हैं. इसके साथ ही राजस्थान में ओमिक्रॉन के अब तक 43 पाये जा चुके हैं. शनिवार को NIV पूने लैब से स्वास्थ्य विभाग को मिली रिपोर्ट के मुताबिक इनमें सर्वाधिक 11 नये केस जयपुर में पाये गये हैं.

यूं चली संक्रमण की चेन
इसके अलावा अजमेर में 6, उदयपुर में 3 केस पाये गये हैं. वहीं महाराष्ट्र के 1 शख्स में भी ओमिक्रोन वायरस पाया है. इनमें पांच लोग ऐसे हैं जो विदेश से आए हैं. 3 लोग विदेश यात्रियों के संपर्क में आये थे. 3 मरीज पूर्व में मिले ओमिक्रॉन पॉजिटिव के संपर्क में आए थे. इन सभी को ओमिक्रॉन डेडिकेटेट वार्ड में आइसोलेट किया जा रहा है.