देवास. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के देवास (Devas) में मास्क ना लगाने पर महिला का चालान कटा. इस बात पर भड़की महिला पुलिसकर्मियों के साथ उलझ गई. विवाद इतना बढ़ा की महिला पर पुलिसकर्मी ने चप्पल उठा दिया. अब इस विवाद पर जमकर राजनीति हो रही है. महिला पुलिसकर्मी द्वारा चप्पल उठाए जाने के मामले में पीसीसी प्रेसिडेंट अर्चना जायसवाल ने बयान जारी कर महिला पुलिस कर्मी पर भी कार्रवाई की मांग की है. बता दें कि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट है. शहर के बीचों बीच स्थित संयाजी द्वार एबी रोड पर पुलिस प्रशासन, नगर निगम प्रशासन बगैर मास्क पहने राहगीरों पर कार्रवाई कर रहा था.

इसी बीच जागृति माधवानी नामक महिला ने जिला प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारियों को जमकर खरी-खोटी सुना दी गई. हालांकि महिला पर कोतवाली थाने में शासकीय कार्य में बाधाओं के तहत प्रकरण दर्ज किया जा चुका है. वीडियो में देखा जा सकता है महिला ने अचानक कार्रवाई करने पर सभी मौजूदा अधिकारियों को खरी खोटी सुनाई.

महिला ने पुलिसकर्मी से की झूमाझटकी
वहीं भड़की महिला का कहना सिर्फ इतना था कि वह कल भी जब बिना मास्क के निकली थी तब जिला प्रशासन कहां कार्रवाई कर रहा था. इसी बीच महिला पुलिस कर्मियों से झूमाझटकी भी की गई थी और महिला पुलिसकर्मी द्वारा चप्पल भी आम महिला को मारी गई थी. इस मामले में कांग्रेस प्रशासन की कड़ी निंदा करती दिखाई दे रही है. वहीं लोग अब सोशल मीडिया पर प्रशासन को ट्रोल कर महिला पुलिस कर्मी पर भी कार्रवाई करने की मांग कर रहे है.
कांग्रेस नेत्री अर्चना जायसवाल का कहना है कि कोई महिला मास्क नहीं लगा रही है तो उसका मतलब यह नहीं कि उसे पकड़ पकड़ कर मारा जाए, चप्पलों से मारा जाए. उन्होंने कहा,’ मैं महिला पुलिस कर्मी की निंदा करती हूं, ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए, एक दूसरे को समझाइश दें, महिला पुलिस, महिला की सुरक्षा के लिए है ना कि चप्पलों से पीटने के लिए. मैं  शासन, प्रशासन से कहना चाहती हूं एक अच्छा सुखद माहौल निर्मित करिए महिलाओं के लिए, ये अच्छी सोच नहीं है, ये अच्छा मैसेज नहीं है. जिस भी पुलिसकर्मी ने ऐसा किया है उसपर एक्शन लेना जरूरी है.’