बिलासपुर। वंदना अस्पताल के डाक्टरों से जमीन विवाद को लेकर जातिगत गाली-गलौज के मामले में सिविल लाइन पुलिस ने एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपित पिता-पुत्र फरार हैं। सिविल लाइन पुलिस आरोपित के ठिकानों पर दबिश दे रही है।

सिविल लाइन थाना प्रभारी शनिप रात्रे ने बताया कि पांच दिसंबर की सुबह व्यवसायी सुनील ऋषि और करण ऋषि का डाचंद्रशेखर उइके और डाविजय कुर्रे से जमीन को लेकर विवाद हुआ था। डाक्टरों ने इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि मंगला बाइपास में कांग्रेस नेता अनिल टाह से जमीन खरीदी। जमीन में डाक्टरों का कब्जा है। पांच दिसंबर की सुबह व्यवसायी सुनील ऋषि अपने बेटे करण ऋषि और अपने साथियों के साथ मंगला बाइपास स्थित जमीन में पहुंचे।

उन्होंने एक्सीवेटर से डाक्टरों की जमीन पर बने बाउंड्रीवाल को तोड़वा दिया। इसकी जानकारी होने पर डाक्टर वहां पहुंच गए। इस दौरान पिता-पुत्र ने डाक्टरों से झूमा-झटकी की। साथ ही डाक्टरों से जातिगत दुर्व्यवहार किया। डाक्टरों की शिकायत पर पुलिस ने मारपीट और तोड़फोड़ का जुर्म दर्ज कर इसकी जांच शुरू कर दी। डाक्टरों से जातिगत दुर्व्यवहार और गाली-गलौज का मामला सामने आने पर एट्रोसिटी एक्ट की धाराएं जोड़ी गई है। पुलिस आरोपित पिता पुत्र की तलाश कर रही है।

पांच दिन बाद जोड़ी धारा

सिविल लाइन पुलिस ने डाक्टरों की शिकायत पर गाली-गालौज और तोड़फोड़ की धाराएं लगाकर इसकी जांच शुरू कर दी। पांच दिन की जांच के बाद पुलिस ने एट्रोसिटी एक्ट की धाराएं जोड़कर आरोपित पिता-पुत्र की तलाश शुरू कर दी। गुस्र्वार को पुलिस आरोपित के ठिकाने पर पहुंची थी। इस दौरान आरोपित अपने घर से फरार हो गए थे।