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मुंबई । बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौट (Kangana Ranaut) अक्सर विवादित टिप्पणी कर कानूनी झमेलों में फंस जाती हैं। हाल ही में किसान आंदोलन (Farmers Protest)को लेकर किसानों के खिलाफ अपनी बयानबाजी को लेकर कोर्ट केस में फंसीं कंगना गुरुवार को खार पुलिस स्टेशन (Khar Police station) में अपना बयान दर्ज करवाने पहुंचीं। सिख समुदाय की भावनाओं को आहत करने के आरोप में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
रनौट ने इस महीने की शुरुआत में अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद करने के लिए बंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। अभिनेत्री को खार पुलिस ने बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया था। हालांकि, पुलिस ने अदालत को सूचित किया था कि वे उसे मामले में गिरफ्तार नहीं करेंगी। बता दें कि कंगना रनौट ने किसान आंदोलनकारियों को खालिस्तानी कह कर पुकारा था। इस पर सिख संगठनों ने ऐतराज जताते शिकायत दर्ज करवायी थी। इसी मामले को लेकर पुलिस ने बुधवार को कंगना रानौत को खार पुलिस स्टेशन में पेश होने के लिए समन जारी किया था।
इस मामले में प्राथमिकी अमरजीत सिंह संधू, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के नेताओं और शिरोमणि अकाली दल ने दर्ज कराई थी। प्राथमिकी में कहा गया है कि कंगना ने सिख धर्म, आस्था और उनकी मान्यताओं का अपमान किया है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा के सदस्यों का कहना है कि रनौत ने जानबूझकर किसानों के विरोध को खालिस्तानी आंदोलन के रूप में चित्रित किया और समुदाय को आतंकवादी भी करार दिया।
खार पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक गजानन काबदुले ने बताया, "अभिनेत्री कंगना रनौट के खिलाफ धारा 295 ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को उसके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करने के इरादे से) के तहत मामला दर्ज किया गया था।"
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