बिलासपुर। विश्व एड्स दिवस के अवसर पर अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय (अकादमिक शिक्षण विभाग) बिलासपुर की एनएसएस कि दोनों इकाइयों महिला एवं पुरुष द्वारा जागरूकता कार्यक्रम रखा गया। "एंड इनिक्वालिटी एंड एड्स" थीम पर कार्यक्रम रखा गया। जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों के बीच यह चर्चा हुई कि किस प्रकार हम छत्तीसगढ़ प्रदेश से एड्स को खत्म कर सकते हैं।
छात्रों को संबोधित करते हुए प्रोफेसर गौरव साहू ने बताया कि किस प्रकार युवाओं को जागरूक कर हम पूरे प्रदेश को एड्स के संक्रमण के फैलाव से रोक सकते हैं, युवाओं के बीच महत्वपूर्ण रूप से समय-समय पर एड्स के रोकथाम हेतु जागरूकता कार्यक्रम सेमिनार का आयोजन होना चाहिए, प्रोफेसर सौमित्र तिवारी ने कहा कि एड्स के रोकथाम में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है।
युवाओं को इसकी रोकथाम हेतु जागरूक करने के साथ अभिभावकों को भी जागरूक करना चाहिए, डा. सुमोना भट्टाचार्य ने कहा कि किस प्रकार हम एनएसएस के स्वयंसेवक मिलकर अपने गोद ग्राम एवं आसपास के गांवों में तथा शहर में अलग-अलग कैंप लगाकर लोगों को एड्स एवं एचआईवी के बारे में जागरूक कर सकते हैं, जिससे हमारा प्रदेश और देश एड्स एवं एचआईवी मुक्त हो सके, कार्यक्रम के दौरान विश्व विद्यालय शिक्षण विभाग के
प्रोफेसर सौमित्र तिवारी, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर गौरव साहू, डॉक्टर सुमोना भट्टाचार्य एवं सभी विभागों के विभागाध्यक्ष और अन्य फैकेल्टी टीचर्स उपस्थित रहे साथी एनएसएस वरिष्ठ स्वयंसेवक उज्जवल सिंह, प्रियांशु मिश्रा, शुभम , शिवांशु, एवं बड़ी संख्या में स्वयंसेवक स्वयंसेवीकाय उपस्थित रहे। गौरतलब है कि यूटीडी के स्वंयसेवकों द्वारा जागरूकता को लेकर लगातार इस तरह
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