भोपाल । राजधानी के ईकोलाजिकल पार्क में अब सुबह-सुबह ठहाके नहीं लगेंगे। ठहाके लगाने पर वन विभाग ने रोक लगा दी है। वन ‎विभाग ने यह कदम कोरोना न फैले, इसे देखते हुए उठाया है। मालूम हो ‎कि यहां पार्क में सुबह के समय समूह में जोर-जोर से ठहाके लगाए जाते थे जो‎ कि एक तरह की हास्य क्रिया होती है जिसके तहत लोग तनावमुक्‍त रहने के लिए समूह में तेज आवाज में ठहाके लगाकर हंसते है। पार्क के अंदर लोगों का एक समूह प्रतिदिन सुबह गोल घेरे में खड़े हो जाते थे। ये सभी जोर-जोर से हंसते थे। इस सामूहिक हास्‍य क्रिया से पार्क के अंदर घूमने वाले दूसरे पर्यटकों को कोरोना फैलने का खतरा था, जिसे देखते हुए वन विभाग ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि कोई भी पर्यटक हास्य क्रिया नहीं करेगा। जिसके बाद नागरिके समूह मान गए हैं। बता दें कि यह पार्क भोपाल के कटारा हिल्स क्षेत्र के लहारपुर में करीब 1700 एकड़ में फैला हुआ है। इसी पार्क के अंदर 100 एकड़ क्षेत्र में शहर वन विकसित किया है यह हिस्सा कटारा हिल्स क्षेत्र के अमलतास चौराहे से लगा हुआ है। यह सुबह 5 बजे और शाम को चार बजे से आम नागरिकों के लिए खुला रहता। इसके अंदर वाकिंग पंगडंडियां हैं। एक्यूप्रेशर पाथवे हैं। आम, जामुन, बरगद, आंवला, नीम, बेहड़ा, हर्रा, शीशम, तेंदू, बांस, पलास, लेंडिया समेत कई प्रजातियों के पेड़ है। यहां का माहौल पूरी तरह प्राकृतिक है। जिसमें हर रोज सुबह और शाम 1000 से 1500 लोग टहलने आते हैं। सरकार इसका कोई शुल्क नहीं लेती है। पार्क के अंदर कई समूहों द्वारा योग किया जाता है। इसके तहत अलग-अलग क्रियाएं की जाती हैं। क्षेत्र के 50 लोगों का समूह है। इनमें ज्यादातर वरिष्ठ नागरिक हैं, जो नियमित योग करते हैं। इसी में हास्‍य क्रिया भी करते थे, जिस पर वन विभाग ने फिलहाल सार्वजनिक स्थल होने के कारण रोक लगा दी है। हास्‍य क्रिया पर रोक के संबंध में पार्क के डिप्टी रेंजर डीपीएस चौहान ने बताया कि पूर्व से रोक के नियम हैं, जिसका पालन कराने के लिए बार-बार समझाइश दी गई थी। सहयोग नहीं मिला, इसलिए आदेश जारी करने पड़े। सामूहिक हास्य क्रिया पर दूसरे पर्यटकों ने भी एतराज जताया था। हालां‎कि हास्य ‎क्रिया करने वाला नागरिकों का यह समूह भी मान गया है। बिना मास्क के पार्क में किसी को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।