जयपुर । मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने शासन सचिवालय में कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग की वीडियो  कॉन्फ्रेन्स के माध्यम समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रत्येक स्थान की अपनी संस्कृति होती है, इसलिए मास्टर प्लान बनाते समय संबंधित विभाग उस क्षेत्र की कला संस्कृति को इंगित करते हुए विकास की योजनाएं बनाए।
उन्होंने कहा कि जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, अजमेर, बीकानेर एवं जैसलमेर इत्यादि रेलवे स्टेशनों को इस प्रकार विकसित किया जाये जिससे आमजन एवं पर्यटकों को राजस्थानी संस्कृति की झलक मिल सके। उन्होंने इस संबंध में किशनगढ़ रेलवे स्टेशन पर विश्व विख्यात बनी-ठनी की पेंटिंग बनाने की सलाह भी दी ।  उन्होंने विभागिय अधिकारियों को कला संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सप्ताहिक कार्यक्रम आयोजित करने सहित 21 कार्यक्रमो की सप्ताहिक थीम एवं समय सारणी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आमजन एवं पर्यटकों यह पता होना चाहिए कि किस दिन कौन सा कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। इसका अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को राजस्थानी संस्कृति को जानने का अवसर मिल सके। बैठक में कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न रेलवे स्टेशनों की दिवारों पर स्थानीय कला की पेंटिग करवाने, रामनिवास बाग स्थित मसाला चौक में कठपुतली शो संगीत कार्यक्रम करवाने, 18 संग्रहालयों में मसाला चौक की तर्ज पर कैफे की स्थापना, पीपीपी मोड से वर्कशॉप का आयोजन, म्यूजियम शॉप खोलने, नाहरगढ़ मे पुर्न स्थापना, सभी जिलों में विरासत संग्रहालय की स्थापना, अजमेर में फिल्म अभिलेखागार, बीकानेर में वास्तविक दस्तावेजों के इतिहास को संग्रहित करने सहित राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर को नये स्वरुप में बनाने के विषय पर चर्चा की गई।बैठक में जवाहर कला केन्द्र को प्रोफेशनल व्यक्तियों के माध्यम से संचालित करने, किशन बाग प्रोजेक्ट को आमजन के लिये खोलने, कैदियों द्वारा तैयार सामग्रीयों को आशियाना जेल शॉप के माध्यम से विक्रय करने, बीकानेर कारागृह की दुर्लभ कालीन एवं संरक्षण एवं वृहद् अध्ययन, सहित उदयपुर में अन्तराष्ट्रीय संगीत कार्यक्रम, पुष्कर फेस्टिवल, जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल एवं राजस्थान हैरिटेज वॉक के आयोजन के संबंध में भी विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित थे।