नई दिल्ली। आमतौर पर बंदरों को सामने आता देख लोग खाने-पीने की चीजें छिपाने लगते हैं। उछल-कूद करने वाला ये जानवर अगर हाथ में कोई फल देख ले तो झपटकर ले जाता है। थाइलैंड के लोगों को बंदरों की ये आदत पता है और वह इन्हें साल में एक दिन उन्हें पेटभर फल और सब्जियां खाने को देते हैं। इस दिन उनके लिए खास दावत का आयोजन किया जाता है। थाइलैंड में इसे एक त्योहार के रूप में मनाया जाता है। इस दिन बंदरों के लिए भारी मात्रा में फल और सब्जियां इकट्ठा करके एक जगह पर सजाई जाती हैं। उन्हें खाने के लिए आमंत्रित किया जाता है।
दो टन फल-सब्जियों की होती है दावत
बंदरों की दावत देने का ये त्योहार थाइलैंड के लोपबरी में आयोजित किया जाता है। इसके लिए स्थानीय लोग फल और सब्जियां दान देते हैं। इसमें लगभग 2000 किलो यानि 2 टन फल-सब्जियां बंदरों के लिए रखी जाती हैं। दूर-दूर से लोग इस अनोखी दावत को देखने के लिए यहां आते हैं।
महंगे फलों को पसंद करते हैं बंदर
लोपबरी के बंदरों की च्वाइस भी सस्ती नहीं है। उन्हें पाइएप्पल, केले और आम जैसे फल ज्यादा पसंद हैं। जब वे इन फलों को खाते हैं तो पूरे इलाके में इसकी गंध फैल जाती है. महामारी की वजह से पिछले साल ये फेस्टिवल आयोजित नहीं हो पाया था लेकिन इस साल बंदरों के लिए इस त्योहार को दोगुने उत्साह से मनाया जा रहा है। त्योहार की थीम व्हीलचेयर मकीज रखी गई है। आयोजक योंगयुथ की मानें तो पिछले डेढ़ साल से सैलानियों की संख्या कम होने के बाद अब जिंदगी पटरी पर लौट रही है, ऐसे में लाखों सैलानियों को थाइलैंड का कल्चर दिखाया जा रहा है।
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