
कीव । यूक्रेन और रूस के बीच जारी तनाव अब हिंसक रूप लेता दिखाई दे रहा है। क्रीमियाई प्रायद्वीप में रूस समर्थित विद्रोहियों के मोर्टार हमले में यूक्रेनी सेना का एक जवान मारा गया है, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। ताजा हिंसा से यूक्रेन और रूस में जारी तनाव और ज्यादा गहराने का अंदेशा है। यूक्रेन के वरिष्ठ मंत्री पहले ही तृतीय विश्व युद्ध का खतरा जता चुके हैं। वहीं रूस ने भी पलटवार करते हुए परमाणु युद्ध और क्यूबा संकट को न दोहराने की धमकी दी है। यूक्रेन 2014 से रूस की सीमा से लगे दो अलग-अलग क्षेत्रों में मास्को समर्थक विद्रोहियों से जूझ रहा है। इसी समय हुए युद्ध के दौरान रूस ने यूक्रेन के क्रीमिया पर अधिकार कर लिया था। रूस का मानना है कि यह क्षेत्र ऐतिहासिक रूप से यूक्रेन का हिस्सा है। 2014 में यूक्रेन में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद से रूस के साथ उसके संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। यूक्रेन की सेना ने कहा कि अलगाववादियों ने ग्रेनेड लांचर और मोर्टार से उसके ठिकानों को निशाना बनाया। फेसबुक पर एक पोस्ट में यूक्रेनी सेना ने कहा कि हमले में गंभीर रूप से घायल एक सैनिक की मौत हो गई है, जबकि दूसरे का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
यूक्रेन, अमेरिका और उसके समर्थक पश्चिमी देश रूस पर विद्रोहियों का सैन्य समर्थन करने का आरोप लगाते रहे हैं, जबकि मॉस्को ने हमेशा इनकार किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चेतावनी दी कि अगर यूक्रेन पर हमला होता है तो वह ऐसे प्रतिबंध लगाएगा जैसे उन्होंने कभी नहीं देखे होंगे। यूरोपीय संघ के नेताओं ने गुरुवार को मास्को से अपने सैन्य तैनाती को रोकने और फ्रांस और जर्मनी के नेतृत्व में वार्ता पर लौटने का आग्रह किया। पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष अब तक 13,000 से अधिक लोगों की जान ले चुका है। इस हफ्ते की शुरुआत में यूक्रेनी सेना ने डोनबास में अलगाववादियों के खिलाफ तुर्की के टीबी2 मानव रहित लड़ाकू हवाई वाहनों के साथ हमले किए। जनवरी 2015 में यूक्रेन और रूस समर्थित अलगाववादियों के बीच भयंकर झड़पें हुई थीं। 12 फरवरी, 2015 को मिन्स्क-2 नाम के नए युद्धविराम पर सहमति होने से पहले डोनेट्स्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और डेबाल्टसेव में भीषण संघर्ष हुआ था।

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