जयपुर। राजस्थान में कोरोना वायरस के नए वेरियंट ओमिक्रोन की एंट्री के बाद अब राहत की खबर है। बीते 5 दिसंबर को प्रदेश में कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट की एंट्री की खबर सामने आई थी, लेकिन कुछ ही दिन में अब राहत की खबर आ गई है। ओमिक्रोन संक्रमित सभी मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। बीते गुरुवार का दिन प्रदेशवासियों और चिकित्सा विभाग के लिए सुकून भरी खबर लाया। आरयूएचएस में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित 9 मरीजों की दोनों रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन सभी को आरयूएचएस अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया है। अस्पताल के मुताबिक सभी मरीज पूरी तरह स्वस्थ और असिम्टोमेटिक हैं। उनकी ब्लड, सीटी स्कैन व अन्य सभी जांचें सामान्य हैं। चिकित्सकों ने उन्हें 7 दिन होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी है। इसके बाद ही आम लोगों के संपर्क बनाने की सलाह दी गई है। इन मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने भी थोड़ी राहत ली है।
  राजस्थान के चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीणा ने कहा कि विभाग कोरोना के नए वेरियंट को लेकर शुरू से ही सजग और सतर्क था। जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट आते ही संक्रमितों को आरयूएचएस में भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया गया। साथ ही उनके संपर्क में आए सभी व्यक्तियों की ट्रैकिंग और ट्रेसिंग भी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि 9 मरीजों में से 4 की गुरुवार दोपहर और शेष 5 की दोनों नेगेटिव रिपोर्ट गुरुवार शाम को प्राप्त हुई। सभी मरीजों को डिस्चार्ज कर उन्हें होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी है। सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुधीर भंडारी ने कहा कि अभी ओमिक्रॉन वैरियंट पर शोध चल रहे हैं। इस संक्रमण का प्रसार तेजी से होता है लेकिन यह डेल्टा की तरह घातक नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगने पर यह कम असर करता है। उन्होंने आमजन से वैक्सीन के दोनों डोज लगाने की भी अपील की है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार मरुधरा में गुरुवार को 38 नए मामले सामने आए हैं। इनमें सर्वाधिक राजधानी जयपुर में 15 नए मरीज मिले हैं। इसके अलावा अजमेर में 3, बाडमेर में 1, भरतपुर में 3 केस, बीकानेर में 3, हनुमानगढ में 3, झुंझुनूं में 3 सीकर में 4 केस सामने आए हैं। अब प्रदेश में एक्टीव केस 260 हो चुके हैं।