रायपुर । छत्तीसगढ़ सरकार ने 43 महीनों (दिसंबर 2018 से अक्टूबर 2021) के बीच 51 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज लिया है। इसमें से चालू वित्तीय वर्ष में अब तक लिया गया 9,729 करोड़ का कर्ज भी शामिल है। विधानसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह जानकारी दी है। उन्होंने यह भी बताया है कि चालू वित्तीय वर्ष में लिए गए कर्ज में 4,965 करोड़ केंद्र सरकार के माध्यम से जीएसटी ऋण के रूप में लिया गया है। 282 करोड़ रुपये केंद्र से विशेष सहायता के रूप में मिला है। सरकार के कर्ज को लेकर भाजपा के विधायक शिवरतन शर्मा ने सवाल किया था। इस पर मुख्यमंत्री बघेल ने बताया है कि 43 महीनों में लिए गए कुल 51,335 करोड़ रुपये के कर्ज में 39,080 करोड़ रुपये रिजर्व बैंक आफ इंडिया के माध्यम से लिए गए हैं। करीब 2,703 करोड़ रुपये राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास से लिया गया है। वहीं बाकी 9,551 करोड़ रुपये केंद्र सरकार के माध्यम से एशियन डेवलपमेंट, विश्व बैंक, जीएसटी ऋण व अन्य शामिल है। हर महीने करीब 430 करोड़ रुपये ब्याज जमा कर रही सरकार राज्य सरकार अपने कर्ज के एवज में हर महीने 429.92 करोड़ रुपये ब्याज जमा कर रही है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के एक प्रश्न के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री बघेल ने बताया है कि मौजूदा ऋण भार राज्य की जीडीपी का 22 फीसद है। वहीं, 2021-22 के अनुमानित राजस्व प्राप्ति का 106 फीसद। मुख्यमंत्री ने बताया है कि दिसंबर 2018 से मार्च 2019 तक 1771.94 करोड़ रुपये ब्याज और 590.64 करोड़ रुपये मूलधन के रूप में जमा किया गया। वित्तीय वर्ष 2019-20 में 2036.36 करोड़ मूलधन लौटाया गया, जबकि 4970.34 करोड़ ब्याज जमा किया गया। 2020-21 में 5633.11 करोड़ ब्याज जमा किया गया। वहीं, 3993.77 करोड़ मूलधन लौटाया गया। इसी तरह चालू वित्तीय वर्ष में अप्रैल से 24 नवंबर तक 2109.25 करोड़ मूलधन लौटाया गया है, जबकि 3101.60 करोड़ ब्याज के रुप में जमा किया गया है।