ग्वालियर में दो प्यार करने वालों के मिलन में कुछ कागज रोड़ा बन गए हैं। गोहद भिंड में रहने वाले शेफ से कनाडा की इंजीनियर ने शादी तो कर ली, लेकिन दोनों साथ नहीं रह पा रहे हैं। इस दौरान महिला को एक बेटी भी हो गई है। दोनों के मिलन में इंडिया और कनाड़ा की सरहदों के कुछ नियम रोड़ा बन रहे हैं। ग्वालियर कलेक्ट्रेट से मैरिज सर्टिफिकेट नहीं मिलने के कारण केनेडियन महिला पति का स्पाउस वीजा नहीं बनवा पा रही है। जिस कारण वह उसके साथ नहीं जा पा रहा है। कलेक्ट्रेट जाते हैं तो बाबू एक साल से गुमराह कर रहे हैं। कैनेडियन महिला ने एक बाबू पर 10 हजार रुपए मांगने का आरोप लगाया है। जब रुपए नहीं दिए तो कभी कोई डॉक्यूमेंट तो कभी कोई कागज की डिमांड कर एक साल से मैरिज सर्टिफिकेट लटकाए हुए हैं। इस दौरान महिला इंजीनियर 9 लाख रुपए खर्च कर चुकी है। सोमवार शाम को महिला ने कलेक्ट्रेट में हंगामा खड़ा कर दिया है।

यह है पूरा मामला

- ग्वालियर के पास गोहद (भिंड) निवासी नवजोत सिंह रंधावा (26) शेफ है। इससे पहले वह रूसिया के एक बड़े होटल में शेफ हुआ करते थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात अपनी एक रिश्तेदार के जरिए भारतीय मूल की कैनेडियन अनुप्रीत कौर (40) से हुई थी। सोशल मीडिया पर दोनों की दोस्ती हुई। अनुप्रीत बीते 20 साल से कनाड़ा में अपनी नानी के साथ रह रही हैं। साथ ही वह कनाडा की बेथम ब्रेक कंपनी में बतौर प्रोडक्शन इंजीनियर पदस्थ हैं। पहले पति से उनका डायवोर्स हो चुका है। नवजोत सिंह रंधावा उम्र में उनसे काफी छोटे हैं, लेकिन दोनों ने एक दूसरे को अपने लिए चुना। दोनों परिवारों को भी रिश्ते से कोई आपत्ति नहीं थी। इसलिए ग्वालियर के किला स्थित गुरुद्वारा दाताबंदी छोड़ पर 7 नवंबर 2020 में दोनों की अरेंज मैरिज हुई। गुरुद्वारा से सर्टिफिकेट भी मिल गया। इसके बाद नए कपल ने ग्वालियर के कलेक्ट्रेट में मैरिज सर्टिफिकेट के लिए एप्लाई किया। बस यहीं से उनके खुशहाल जीवन में परेशानियों में इजाफा होना शुरू हो गया। इस दौरान अनुप्रीत ने एक बेटी को भी जन्म दिया। वहां कनाड़ा में बेटी के बर्थ सर्टिफिकेट पर भी पिता के नाम पर नवजोत सिंह का नाम है। पर यहां का प्रशासन मैरिज सर्टिफिकेट नहीं बना रहा है।

मैरिज सर्टिफिकेट न मिलने से अटका है स्पाउस वीजा

कपल का आरोप है नवंबर 2020 में ही अनुप्रीत और नवजोत सिंह ने कलेक्ट्रेट में मैरिज सर्टिफिकेट के लिए आवेदन कर दिया था, लेकिन आज तक बाबुओं और अफसरों ने उनका मैरिज सर्टिफिकेट बनाकर नहीं दिया है। जिस कारण महिला अपने पति का स्पाउस वीजा नहीं बनवा पा रही है। कलेक्ट्रेट में कभी कोई दस्तावेज मांगते हैं तो कभी कोई। पति भिंड से अपने सारे दस्तावेज दे चुका है। महिला केनेडियन एम्बेसी से सारे दस्तावेज ला चुकी है। इसके बाद भी लगातार कमियां निकाली जा रही हैं।

10 हजार रुपए नहीं दिए तो 9 लाख रुपए खर्च करा दिए

- कैनेडियन महिला अनुप्रीत कौर का आरोप है कि सबसे पहले जब उन्होंने मैरिज सर्टिफिकेट के लिए एप्लाई किया था तो एक एडीएम के बाबू ने 10 हजार रुपयों की डिमांड की थी। जो उन्होंने नहीं दिए तो अब उन्हें बाबू परेशान कर रहा है। बाबू का नाम नीरज शर्मा बता रही हैं। अनुप्रीत कौर का कहना है कि वह तीन बार मैरिज सर्टिफिकेट के लिए इंडिया आ चुकी है। 9 लाख रुपए खर्च हो चुके हैं। पर अभी भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है।

कनाड़ा की NOC, अर्जेंटीना जैसी चाहिए कर रहे परेशान

- अनुप्रीत कौर ने आरोप लगाया है वह कैनेडियन एम्बेसी से NOC (अनापत्ति प्रमाणपत्र) लाई है। ग्वालियर कलेक्ट्रेट के ईमेल पर यह NOC आई है, लेकिन यहां के बाबू इसके बाद भी मैरिज सर्टिफिकेट देने को तैयार नहीं है। बाबू अर्जेंटीना की NOC दिखाकर कनाडा से उसी फॉर्मेट में NOC बनवाकर लाने बात कह रहे हैं। अनुप्रीत बार-बार पूछ रही है कि कनाडा के अपने अलग नियम हैं और अर्जेंटीना के अलग। दोनों एक तरह से कैसे काम कर सकते हैं। अनुप्रीत का कहना है कि अब तो उसे डर लगने लगा है कि वह अपने पति को कनाडा ले भी जा पाएगी या नहीं।

कलेक्टर का कहना

- यह मामला अभी तक मेरे सामने नहीं आया था। अभी सामने आया है तो मैं दिखवा लेता हूं कि कहां क्या परेशानी आ रही है। जल्द मामले को सुलझा लिया जाएगा।
कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, कलेक्टर ग्वालियर