नई दिल्ली ।
मल्टी लेवल मार्केटिंग के तहत महिलाओं को विभिन्न योज
नाओं में निवेश करवा उनसे ठगी करने वाले एक शातिर ठग को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया है। 39 महिलाओं से आरोपित ने 2 करोड़ से अधिक की ठगी की
थी। संयुक्त आयुक्त छाया शर्मा के मुताबिक गिरफ्तार किए गए ठग का नाम मनीष कुमार सिंह है।
वह हरगोविंद नगर, सेक्टर-4, रोहिणी का रहने वाला है।
2019 में प्रोमिला जैन समेत कई महिलाओं ने आर्थिक अपराध शाखा में शिकायत कर कहा था कि मनीष और उसके साथियों ने मासिक आधार पर उच्च ब्याज दर का भुगतान करने के बहाने उन्हें विभिन्न योजनाओं में निवेश करने के लिए प्रेरित किया था।
महिलाओं द्वारा निवेश करने पर आरोपितों ने न तो ब्याज का भुगतान किया और न ही निवेश की गई राशि वापस की। रोहिणी में रहने महिलाएं इनकी शिकार बनी थीं। ठगी के बाद वह अपना आवास बदलकर फरार हो गया था। आरोपितों ने मासिक आधार पर अधिक रिटर्न देने के बहाने महिलाओं से सोशल ट्रेड वेब वर्क, ईपीसी वॉलेट, आरेंज ग्रुप, संपर्क फूड बाजार आदि में निवेश करवाया था। इनमें ज्यादातर कंपनियां अब बंद हो चुकी हैं। आरोपितों ने महिलाओं को पोस्टर के अलावा किट्टी पार्टी आयोजित उन्हें निवेश के लिए प्रेरित किया था। मनीष व उसके साथी पहले रोहिणी में कमेटी चलाता था।
विश्वास में लेने के लिए आरोपितों ने कुछ माह तक महिलाओं को नियमित रूप से रिटर्न किया था।
अधिकांश महिलाओं को ही इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि आरोपितों का मानना था कि महिलाओं के पास बचत के पैसे होते हैं जिसे वे अपने परिवार के सदस्यों से छिपाकर रखती हैं।
कई महिलाओं ने पुलिस से संपर्क भी नहीं किया क्योंकि उन्हें अपने परिवार के सदस्यों से भेद खुलने का डर था।
मुकदमा दर्ज होते ही पकड़े जाने के डर से मनीष फरार हो गया था।
उसने अपने किराए के घर में ताला जड़ रखा था और किसी अन्य इलाके में छिपकर रह रहा था।
डीसीपी राजीव रंजन के नेतृत्व में एसीपी नगीन कौशिक, सब इंस्पेक्टर शिव देव सिंह, हवलदार जय कंवर व सिपाही अमित की टीम ने एक कोरियर कंपनी के जरिए मनीष के ठिकाने का पता लगा बुधवार को उसे उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह अपने बंद आवास पर डिलीवरी लेने आया था।
अन्य आरोपितों की भी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
मनीष मूलरूप से बिहार के सीवान जिले का रहने वाला है।
1996 में स्नातक करने के बाद वह सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने के मकसद से दिल्ली आ गया था। चार साल तक उसने परीक्षा दी लेकिन सफल नहीं हो पाया।
उसके बाद उसने एमवे मल्टी लेवल मार्केटिंग ज्वाइन कर नेटवर्किंग ग्रुप बनाना शुरू किया।
इसके अलावा एजेंट के रूप में हिमालय, लाइफ केयर, पीआरडी लिमिटेड आदि के उत्पादों को बेचने के लिए अन्य एमएलएम कंपनियों के साथ भी काम किया।
2016 में वह मल्टी लेवल मार्केटिंग के क्षेत्र से जुड़े कुछ लोगों के संपर्क में आया और वैभव फूड्स और एआईएनए प्राइवेट जैसी अपनी एमएलएम योजनाएं शुरू कीं।
इसमें उन लोगों ने महिलाएं को उच्च रिटर्न का वादा करते हुए निवेश करने के लिए प्रेरित किया। बाद में उसने बिट-कॉइन ट्रेडिंग में भी सक्रिय था क्योंकि वर्तमान में लोगों का झुकाव एमएलएम योजनाओं के विपरीत बिट-कॉइन में निवेश करने की ओर है।
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