मेरठ । उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल में गठबंधन का औपचारिक एलान के साथ ही दोनों ने पश्चिमी उप्र के मेरठ में एक बड़ी रैली कर भाजपा और प्रदेश सरकार को खुली चुनौती दी। दोनों दलों के नेताओं ने मंच से कहा कि उत्तर प्रदेश में अब डबल इंजन की सरकार आएगी। कहा गया कि 2022 में बदलाव होकर रहेगा।
जिले के दबथुवा के बुबुकपुर गांव में मंगलवार दोपहर सपा व रालोद की पहली संयुक्त परिवर्तन संदेश रैली में सपा और रालोद में गठबंधन की औपचारिक घोषणा कर दी गई। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यहां के किसान भाजपा का सफाया चाहते हैं, नौजवान नौकरी चाहते हैं। किसानों के साथ धोखा हुआ, इनके वादें जुमले निकले। लोगों को उम्मीद थी कि डबल इंजन की सरकार से खुशहाली आएगी लेकिन सरकार फेल होती हुई दिख रही है। अब जनता बदलाव करेगी। सपा प्रमुख ने कहा कि सरकारी संस्थाएं बेची जा रही हैं। सरकार ने पानी के जहाज बेच दिए, बंदरगाह बेच दिए, हवाई जहाज और एयरपोर्ट बेच दिए, ट्रेन बेच दी, रेलवे स्टेशन बेच दिए। जब सब कुछ बेच दिया जाएगा तो नौजवानों को नौकरी कहां से मिलेगी। सपा मुखिया ने कहा कि इस समय का उत्साह बता रहा है कि 22 में बदलाव होगा। तीन कानून लाए गए। किसानों को चित करना चाहती थी लेकिन संदेश गया। किसान दरवाजे बंद करके चिटकनी लगा देगा। एमएससी पर ठोस फैसला हो। हम भरोसा दे रहे हैं। किसानों को हक़ दिलाएंगे। भाजपा के मंत्री ने किसानों को कुचल दिया। मान छीना है तो मन बना लिया है। किसानों खाद नहीं मिल रही है। इलाज के लिए ऑक्सीजन के लिए लाइन में लगना पड़ा। अब लाइन में लगकर बाहर करेंगे। महंगाई बढ़ गई है। कमाई आधी हुई है महंगाई दोगुनी हो गई है। नौकरी मांगने वाले का लाठी से अपमान होगा।
वहीं राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के नौजवान नौकरी, तरक्की और विकास चाहते हैं, किसान न्याय चाहते हैं। ये ऐसी भीड़ नहीं है जो बुलाई गई हो, ये ट्रैक्टर लेकर खुद आए हैं। आज लोगों के बीच में हमनें गठबंधन का ऐलान किया है। हमें मिलकर 403 सीटें लड़नी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार आने पर हम किसान आंदोनल के शहीदों की याद पर मेरठ में स्मारक बनवाएंगे। जिससे शहीद किसानों की कुर्बानी याद रखी जाए। उन्होंने कहा कि किसानों के मामले में भाजपा को दाढ़ी भी मुंडवानी पड़ी और नाक भी कटवानी पड़ी। रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने कहा कि भाजपा में कुछ नेता जब शामिल हुए तब घोड़े थे, और अब खच्चर बना दिया गए। आज कल राजनीति में एक शब्द का प्रयोग बहुत होता है फायरब्रांड नेता, लेकिन ये फायरब्रांड नहीं हैं। एक साल किसानों का अपमान हुआ लेकिन भाजपा के किसी भी नेता की एक शब्द भी बोलने की हिम्मत नहीं हुई।