भोपाल ।  पांच दिवसीय दीप महापर्व की शुरुआत 2 नवंबर को धनतेरस के साथ होने जा रहा ही। इस दौरान कई शुभ संयोग के बीच त्योहार मनाए जाएंगे। ज्योतिषाचार्यों के मुबाबिक पूजा-अर्चना मुहूर्त अनुसार एवं विधि विधान के साथ किए जाने का विशेष लाभ मिलता है। ऐसे में लोगों को त्योहार पर पूजन से पहले ही समस्त पूजन सामग्री जुटा लेना चाहिए। एवं विधि अनुसार पूजन करना चाहिए। 2 नवंबर को धनतेरस पर धन के देवता कुबेर और आयुर्वेदिक के जनक भगवान धन्वंतरि की पूजा होगी। इस दिन दीपावली पूजा के लिए खरीदारी होती है। सजावटी सामान खरीदे जाते हैं, साथ ही इस दिन नए उपहार,सोना, सिक्का, बर्तन, गहनों की खरीदारी करना शुभ रहता है। 3 नवंबर को रूप चौदस, हस्त नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र एवं प्रीति योग में मनाई जाएगी। 4 नवंबर को दीपावली मनाई जाएगी। गोवर्धन पूजा का पर्व 5 नवंबर शुक्रवार को मनाया जाएगा। वहीं यम द्वितीया, भाई दूज का पर्व 6 नवंबर मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक कर उनकी दीर्घायु की कामना करती हैं। इसी दिन चित्रगुप्त और विश्वकर्मा की भी पूजा की जाती है। इस दिन अनुराधा नक्षत्र शोभान योग और अमृत योग भी रहेगा।